पटना। राष्ट्रीय जनशक्ति परिषद के अध्यक्ष व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप ने अपने संगठन का रुख साफ कर दिया है। उनके संगठन ने स्पष्ट किया है कि बिहार में होने वाले विधान परिषद चुनाव में एक चौथाई सीट उनके संगठन के उम्मीदवारों को मिलनी चाहिए, अन्यथा व राजद को इस चुनाव में समर्थन नहीं करेंगे। जनशक्ति परिषद में 24 सीटों में राजद से 6 सीटों की मांग की है। इस बीच तेजस्वी यादव ने चुनाव के 24 सीटों में 9 सीटों पर राजद प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिसे लालू यादव की स्वीकृति का इंतजार है।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव ने कहा कि राजद के सभी नेता जानते हैं कि श्री कृष्ण के बिना राजद की जीत संभव नहीं है। प्रदेश के छात्र, युवा तेज प्रताप यादव के साथ हैं। लिहाजा चुनाव में कम से कम 25 फ़ीसदी सीटों पर उम्मीदवार चयन के लिए तेज प्रताप को अधिकृत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी मांग को गंभीरता से नहीं ली गई तो दूसरी पार्टी की तरह से तेज प्रताप को डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर दिया गया है। प्रशांत का इशारा जदयू की तरफ था।
दुसरी तरफ महागठबंधन की परवाह किए बिना नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने स्तर से विधान परिषद चुनाव के लिए 9 प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए। इस पर राजद प्रमुख लालू यादव की सहमति और घोषणा बाकी है। इसमें वैशाली से सुबोध कुमार, औरंगाबाद से अनुज कुमार सिंह , गया से अक्षय कुमार यादव , मुंगेर से अजय सिंह, भोजपुर से अनिल सम्राट, पश्चिम चंपारण से सौरभ कुमार, रोहतास से कृष्ण कुमार सिंह , सीतामढ़ी से सब्बू, खिरहर एवं दरभंगा से उदय शंकर यादव के नाम शामिल है। इसके अलावा 1 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया जारी है। जबकि कांग्रेस ने पहले ही कुछ सीटों पर दावेदारी कर चुकी है। इस तरह महागठबंधन की गांठ ढीली पड़ती दिख रही है। ऐसे में चुनाव में महागठबंधन में ही घमासान होने का आसार बन गए हैं।