रांची। विधायक कैश कांड मामले में ईडी के समक्ष आज यानी मंगलवार को कांग्रेस विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी को पेश होना था।लेकिन विधायक आज ईडी मुख्यालय नहीं पहुंचे उन्होंने ईडी से दो हफ्ते का समय मांगा है। बता दें कि इससे पहले भी कैश कांड मामले में दो अन्य विधायक इरफान अंसारी और राजेश कच्छप भी दो हफ्ते का समय मांग चुके हैं। ईडी के समन पर निर्धारित तिथी और समय पर उपस्थित नही होने की परम्परा सीएम हेमन्त सोरेन से शुरू हुई। इन्ही के तर्ज पर अब इसे सभी चला रहे है।
राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा हो रही है की राजनेता हो या अधिकारी ईडी के समन को भी प्राथमिकता या प्रमुखता नही दे रहे हैं।अब तो यह परम्परा बन गई है। ईडी के एक बुलाने पर उपस्थित होना वो अपनी तौहीन मान रहे है। झारखंड सरकार ने तो ईडी को यह लिखित पत्र दे दिया है की अवैध उत्खनन मामले में किसी को बुलाकर पुछ ताछ न किया जाए क्युंकी मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित चल रहा है।
यहां यह सवाल उठ रहा है की ईडी के समन पर आरोपी या जिनसे ईडी पूछताछ करने वाली है की अपनी मनमर्जी लोग उपस्थित हो सकते है अथवा नही यदि यह परम्परा है या बन गई है तो ईडी का समन जारी करने का औचित्य क्या रह जायेगा । आम नागरिक के नजर में ईडी की तौहीन भर रह जायेगी । सूत्र का कहना है की ईडी जब भी किसी को समन जारी करती है तो ईडी को वृहत तैयारी करनी पडती है ।सुरक्षा से लेकर अधिकारी टीम बना कर आते है। मुख्यालय की सुरक्षा के साथ साथ ग्राउंड तैयारी भी होती है।कैश कांड मामले मे भी यही परंपरा दुहराई जा रही है।
कैश कांड में अनूप सिंह ने दर्ज कराया था जीरो एफ आई आर
मालूम हो कि इसी मामले में कांग्रेस विधायक अनूप सिंह से ईडी ने पूछताछ की है। यह पूछताछ 24 दिसंबर, 2022 को हुई थी। ईडी के अधिकारियों ने विधायक से करीब 10 घंटे तक सवाल किए थे। वहीं, विधायक ने ईडी दफ्तर से बाहर निकलने के बाद कहा था कि अब तीनों विधायकों को ईडी दफ्तर बुलाया जायेगा। मालूम हो कि बंगाल पुलिस ने कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सेल कोंगारी को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से 48 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई थी।
तब विधायकों ने कहा था कि यह उनका वैध पैसा था जिसे वे लोगों के बीच बांटने के लिए ‘साड़ियां’ खरीदने के लिए ले जा रहे थे। तीनों विधायकों को 30 जुलाई को हिरासत में लिया गया था। इन तीनों विधायकों की गिरफ़्तारी के एक दिन बाद बेरमो विधानसभा सीट से विधायक जयमंगल सिंह ने अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करायी थी। लोगो के बीच यह चर्चा है की कैश कांड कांग्रेस के निलंबित विधायक के लिए मनोरंजन का केन्द्र बनता जा रही जो ईडी की गरिमा का प्रश्न बन गया है।