Bagaha: बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने प्रदेश में 40 से अधिक नक्सल कांडों का वांछित एवं पांच लाख रुपये का इनामी माओवादी रामबाबु राम उर्फ राजन (रीजनल कमेटी सदस्य) एवं उसके दस्ता का जोनल कमांडर रामबाबु पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया है।एसटीएफ की टीम ने सारण और मुजफ्फरपुर जिले के बीच गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़ा ऑपरेशन चलाकर उसको और संगठन के जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया। दोनों नक्सलियों के पकड़े जाने की पुष्टि गुरुवार को बिहार एसटीएफ ने की है। दियारा इलाके में अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है।
दोनों नक्सलियों से पूछताछ के आधार पर अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) बगहा के सहयोग से बगहा जिला के लौकरिया थानान्तर्गत वाल्मीकिनगर के जंगल से छापामारी कर स्वचालित प्रतिबंधित हथियार एके-47 दो रायफल -02 मैगजीन – 05, जिंदा कारतूस -460 राउन्ड, नकद – 50,000 रुपये बरामद की है। उक्त आशय की जानकारी प्रेसवार्ता में चम्पारण जोन के पुलिस उप महानिरीक्षक जयकांत ने गुरुवार शाम में दी है।
उन्होंने बताया है कि वर्ष 2005 में नक्सली रामबाबू राम उर्फ राजन के द्वारा अपने दस्ता के सदस्यों के साथ मिलकर पूर्वी चम्पारण जिला के मधुबन में मधुबन ब्लॉक, मधुबन थाना एवं मधुबन एसबीआई बैंक पर हमला कर विध्वंसक घटना को अंजाम दिया गया था।जिसमें बैंक के गार्ड रूप नारायण सिंह की हत्या कर दी गयी थी। इसके अलावा उक्त दोनों नक्सली के द्वारा अपने दस्ता के सदस्यों के साथ मिलकर वर्ष 2013 में मुजफ्फरपुर जिला के देवरिया थानान्तर्गत विशुनपुर सरैया चौक अवस्थित विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह की हत्या एवं वर्ष 2018 में बगहा जिलान्तर्गत मलकौली पंचायत के भूतपूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह के घर पर हमला कर उनकी हत्या कर दी गयी थी। साल 2019 में इसने चकरबंधा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के एक सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी थी
डीआईजी जयकांत ने बताया कि वर्ष 2019 में गया जिला के लुटुआ थाना क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसमें कोबरा के एक एसआई की मृत्यु हो गयी थी। उक्त घटना में नक्सली रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल वांछित अभियुक्त है। वर्ष 2020 में बगहा जिला के लौकरिया थाना क्षेत्र में हुए पुलिस मुठभेड़ में दोनों नक्सली शामिल थे जिसमें राजन के दस्ता के चार सदस्य मारे गये थे। नक्सली रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल 22 वर्षों से फरार चल रहे थे। इनके विरुद्ध पूर्वी- चम्पारण, बगहा मुजफ्फरपुर, सारण, गोपालगंज, औरंगाबाद एवं गया जिला के विभिन्न थानों में लगभग 40 नक्सली कांड दर्ज है।