रांची।
प्रदेश की हेमंत सरकार के शासनकाल में यहां की बेटियां सुरक्षित नहीं है। सरकार बनने के बाद से राज्य में बलात्कार की रिकॉर्ड घटनाएं हुई हैं। यह बातें भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने साहेबगंज में एक आदिवासी नाबालिक के साथ दुष्कर्म व हत्या पर सरकार व वहां के पुलिस प्रशासन पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कहा। उन्होंने कहा कि इस मामले में झारखंड पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। साहेबगंज पुलिस मामले में कार्रवाई के बजाय इसकी लीपापोती में जुटी है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस मामले में पीड़िता की मां ने थाने में जाकर पूरे मामले की शिकायत की थी। लेकिन थाने के थानेदार ने कार्रवाई के बजाय पीड़िता की मां को मामले को गांव में ही सलटाने की बात कह कर थाने से लौटा दिया। साथ ही मामला भी दर्ज करने से इंकार कर दिया। ऐसे में पुलिस की भूमिका काफी निंदनीय है। जिस तरह से एक नाबालिग की हत्या के बाद न्याय मांगने थाना पहुंचे मृतका के मां को पुलिस ने भगा दिया। वह पूरे सिस्टम की वास्तविकता की पोल खोल रही है। मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। नाबालिक आदिवासी बच्ची की दुष्कर्म व हत्या की घटना मुख्यमंत्री के विधानसभा इलाके की है। जब मुख्यमंत्री का विधानसभा में इस तरह के हालात हैं तो पूरे प्रदेश की स्थिति का आकलन किया जा सकता है।