पटना। भारतवंशी ऋषि सुनक के ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री बनने के बाद अब बिहार के 19 साल के प्रज्जवल पांडेय को प्रधानमंत्री सुनक की कोर कमेटी में शामिल किया गया है। प्रज्ज्वल पाण्डेय का पैतृक गांव जीरादेई के जामापुर बिहार के सीवान जिले में है। इसकी खबर आते ही पैतृक गांव जीरादेई के जामापुर में छठ की खुशी दोगुनी हो गई। यहां के वासी अपने को गौरवांवित महूसक कर रहे हैं। जीरादेई के जामापुर गांव गणतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद का भी पैतृक गांव है।
प्रज्ज्वल के 16 साल में दिये गये भाषण ने सनक को किया था मंत्रमुग्ध
प्रज्ज्वल पाण्डेय ने ऋषि सुनक की चुनावी रणनीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाई थी। जब ऋषि सुनक प्रधानमंत्री पद से उम्मीदवार थे, तभी प्रज्ज्वल को उनकी पार्टी ने मुख्य अभियान टीम में शामिल किया था। प्रज्जवल जब 16 साल के थे, तभी उन्होंने ब्रिटेन के कंजरवेटिव पार्टी की सदस्य्ता ली थी। इससे पहले वह 2019 में यूके यूथ पार्लियामेंट के निर्वाचित सदस्य चुने गए थे। उन्होंने ब्रिटेन यूथ पार्लियामेंट सदस्य के तौर पर ब्रिटेन की संसद में पहली बार भाषण दिया था। उसी समय लोग उनके फैन बन गए थे। उनका भाषण प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का इतना भाया कि उन्होंने प्रज्जवल को अपनी कोर कमेटी में शामिल कर लिया।
सुनक की चुनावी रणनीति तय करने में प्रज्जवल की रही अहम भूमिका
प्रज्जवल को जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए अगस्त 2022 में ऋषि सुनक ने अपने चुनाव प्रचार अभियान का श्रीगणेश किया था तो उनकी पार्टी की तरफ से मुख्य अभियान टीम में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया था। रणनीतिकार के तौर पर चुनावी प्रबंधन में प्रज्जवल ने अथक परिश्रम किया था लेकिन उस समय सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री नहीं बन पाए। फिर पूर्व पीएम लीज ट्रेस के इस्तीफा देने के बाद सुनक के प्रधानमंत्री बनने पर प्रज्जवल सहित पूरी टीम बेहद प्रसन्न हैं। प्रज्जवल सुनक की टीम के कम्युनिकेशन एंड आउट रीच डिवीजन में कार्यरत रहे हैं। वे ऋषि सुनक के वरिष्ठ नीति सलाहकारों के साथ कार्यरत रहे और नियमित तौर पर चुनाव अभियान के दौरान एमपी, मिनिस्टर और ऋषि सुनक से संपर्क करते रहे।
परिवार सिंदरी में जामपुर के मूल निवासी
प्रज्जवल के दादाजी वागीश दत्त पाण्डेय सिंदरी के पीडीआईएल के रिटायर्ड कर्मी हैं। जबकि उनके पिता राजेश पांडेय एवं माता मनीषा पांडेय सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। प्रज्जवल का परिवार झारखंड के सिंदरी में ही रहता है, जबकि वे सीवान के जामापुर के मूल निवासी हैं।
अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक कृष्ण मोहन मिश्र ने बताया कि जामापुर सदियों से विद्वानों की धरती रही है इसका पूर्व में रामाजापू नाम था, जहां दूर-दूर से विद्वान आकर रहते थे। आज इस पवित्र भूमि ने विदेश में भी अपनी योग्यता और ज्ञान का परिचय दिया जिसका साक्षी बना प्रज्जवल । प्रज्जवल के दादा वागीश दत्त पांडेय ने बताया कि प्रज्ज्वल बचपन से ही मेधावी रहे हैं। अभी ब्रिटेन के प्रतिष्ठित किंग एडवर्ड ग्रैमर स्कूल चेम्सफोर्ड में अध्ययनरत हैं। प्रज्जवल के चाचा अमित पांडेय ने बताया कि वह 2021 में हार्वर्ड इंटरनेशनल इकोनामिक निबंध कांटेस्ट के विजेता रहे हैं। 2019 में यूके यूथ पार्लियामेंट के लिए रिकार्ड वोट से जीते थे।
बहन कैंब्रिज से कर रहीं एमबीबीएस
प्रज्जवल के बहनोई मैरवा के लेभरी गांव निवासी विनीत कुमार द्विवेदी ने बताया कि उनके व्यक्तित्व की सरलता प्रभावित करती है। प्रज्जवल की बहन प्रांजल पांडेय कैंब्रिज से एमबीबीएस कर रही हैं, उन्होंने भाई की उपलब्धि पर खुशी जताई।
प्रज्ज्वल की इस उपलब्धि पर क्षेत्र के लोग बेहद खुश है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं। राष्ट्र सृजन अभियान के महासचिव ललितेश्वर कुमार, डॉ ओमप्रकाश ,शिक्षाविद् गणेश दत्त पाठक, शिक्षक पुष्पेंद्र पाठक, आचार्य विजेंद्र पाठक, रामेश्वर सिंह, प्रशांत कुमार, प्रो नरोत्तम मिश्र, राजेश्वर सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रबुद्धजनों ने भी हर्ष जाहिर कर बधाई प्रेषित की है।