चतरा। चन्द्रेश
जिले में पुलिस और एनआईए के लिए सिरदर्द बने नक्सली संगठन टीएसपीसी के 15 लाख का इनामी दुर्दांत नक्सली मुनेश्वर उर्फ मुकेश गंझू ने शुक्रवार को एसपी ऋषव झा के कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी और सीआरपीएफ कमांडेंट ने नक्सली मुकेश का फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। मौके पर नक्सली की पत्नी भी मौजूद थी। समर्पण के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए एसपी ऋषभ कुमार झा ने बताया कि झारखंड सरकार की नीतियों और पुलिस की नक्सली संगठन टीएसपीसी के खिलाफ हो रही लगातार कार्यवाइयों से प्रभावित होकर नक्सली मुकेश गंझू ने आत्मसर्मपण किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मिलेगा आत्मसर्मपण नीति का लाभ,जिसके तहत उसे 15 लाख की ईनामी राशि,कानूनी सहायता एवं बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य सुविधाएं दी जाएगी। एसपी ने बताया कि नक्सली कांडों के करीब 30 मामले इनपर दर्ज हैं। जिसमें सबसे अधिक मामले चतरा जिला से ही जुड़े हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नक्सली कमांडर से टेरर फंडिंग मामले में एनआईए की टीम भी पूछताछ कर रही है।मौके पर सीआरपीएफ के कमांडेंट पवन बासन, एसएसपी निगम प्रसाद, एसडीपीओ अविनाश कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आत्मसर्मपण का श्रेय चतरा एसपी ऋषव कुमार झा को दिया
आत्मसर्मपण करने के बाद नक्सली कमांडर मुकेश गंझू ने पत्रकारों के समक्ष चतरा पुलिस को धन्यवाद देते हुए अपने आत्मसर्मपण का श्रेय चतरा एसपी ऋषव कुमार झा को दिया। नक्सली कमांडर ने अन्य नक्सलियों को भी समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। वहीं पत्रकार हत्याकांड में शामिल होने के सवाल पर एसपी ने बीच बचाव करते हुए इसे न्यायालय ट्रायल का मामला बताया। कमांडर मुकेश गंझू महज 13 साल की उम्र में ही भाकपा माओवादी संगठन के बाल दस्ते में शामिल हुआ था।
चतरा, लातेहार और रामगढ़ जिला में 30 नक्सली मामले दर्ज हैं
उल्लेखनीय हो कि नक्सली मुकेश गंझू पर चतरा, लातेहार और रामगढ़ जिला में 30 नक्सली मामले दर्ज हैं। मुकेश के आत्मसर्मपण से टीएसपीसी नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। पत्रकार हत्याकांड व कोयलांचल में टेरर फंडिंग समेत दर्जनों मामलों में पुलिस व राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को इसकी तलाश थी। एक सप्ताह पूर्व झारखण्ड पुलिस ने टीएसपीसी संगठन के शीर्षस्थ चार नक्सलियों के खिलाफ ईनाम की घोषणा करते हुए पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर में टीएसपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू, सेकेंड सुप्रीमो मुकेश गंझू, आक्रमण गंझू और भिखलाल गंझू का नाम शामिल है। बहरहाल टीएसपीसी के सेकेंड सुप्रीमो के आत्मसर्मपण के बाद जहां एक ओर पुलिस के हौसले बुलंद हैं, वहीं नक्सली संगठन टीएसपीसी को बड़ा झटका लगा है।