प्रयागराज (महाकुंभ) : लोगो के भीड़ और दबने के कारण सांस रूकती गई, लोग एक के ऊपर एक गिरते गए, जब भीड़ लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ी तो सुनाई दी। केवल चीखें, प्रयागराज भगदड़ का वह भयावह मंजर भयावह नजर आ रहा था। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान से पहले बड़ा हादसा हो गया। संगम तट पर देर रात करीब 3 बजे श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक लगभग 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
100 से ज्यादा एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं,राहत बचाओ अभियान शुरू
भगदड़ की सूचना मिलते ही प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। 40 से ज्यादा एंबुलेंस तुरंत मौके पर भेजी गईं, जो घायलों को लेकर केंद्रीय अस्पताल रवाना हुईं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि भगदड़ के बाद वहां अफरातफरी का माहौल बन गया था, लोग अपनों को ढूंढते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। वहीं श्रद्धालुओं का कहना है कि हमलोग संगम नहाने जा रहे थे। अचानक से भीड़ टूट पड़ी। लोग जमीन पर एक के ऊपर एक गिरने लगे और भीड़ उन्हें रौंदती चली गई। इस दौरान चीख पुकार के बीच बूढ़े और बच्चे कुचले जा रहे थे, लेकिन भीड़ बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ गई। ऐसे में कई परिवार दब गए। एक पीड़ित ने बताया कि मैं पागलों की तरह अपने लोगों को ढूंढने लगा। मैं खुद उसी भीड़ में दब गया, लेकिन किसी तरह निकला और अपन परिवार को निकाला।
एक महिला ने बताया कि हम लोगों के बीच में बाहर के कुछ लोग घुस आए और धक्का देते हुए आगे चले गए। हम चिल्ला रहे थे। पुलिस और प्रशासन को मदद के लिए बुला रहे थे। कोई नहीं आया। सीआरपीएफ वाले भी वहां नहीं थे। मेरे पति को अस्पताल ले गए हैं, कोई सूचना नहीं है। कर्नाटक के बेलगाम से आई महिला विद्या साहू ने बताया कि हम लोग जा रहे थे। उल्टी दिशा से लोग झुंड में आए और सबको दबाते हुए निकल गए। हम लोग खंभे की तरफ दब गए। हम लोग दो बस में आए थे। अभी हमारे पांच लोग नहीं मिल रहे हैं।
अमृत स्नान स्थगित, अखाड़े लौटे साधु संत
भगदड़ की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अखाड़ों से अपील की कि वे मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान स्थगित कर दें। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा, “हम प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, इसलिए हमने आज स्नान नहीं करने का फैसला किया है। अब सभी 13 अखाड़े 3 फरवरी को वसंत पंचमी पर स्नान करेंगे।”
पीएम मोदी ने सीएम योगी से जानकारी ली
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। पीएम मोदी ने राहत एवं बचाव कार्यों को तेज करने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता देने के निर्देश दिए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया घटनाक्रम में
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और भगदड़ मचते ही लोग भागने लगे। इस दौरान कई श्रद्धालु जमीन पर गिर गए और भीड़ उन्हें कुचलते हुए निकल गई। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक कई श्रद्धालुओं की जान जा चुकी थी।
अफरातफरी के बाद स्थिति नियंत्रण में
प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और संगम क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
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