रांची। छठ महापर्व को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन राज्य के लोगों के गले नहीं उतर रहा है। इसलिए सोमवार को समाज के लगभग सभी वर्गों की ओर से इस गाइडलाइन पर पुनर्विचार का आग्रह किया गया। सत्तारूढ़ झामुमो ने इस मुद्दे को लेकर जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को स्मार पत्र सौंपा, वहीं सहयोगी कांग्रेस ने इस पर दोबारा विचार की अपील की, जबकि विपक्षी भाजपा और उससे जुड़े संगठनों ने गाइडलाइन का विरोध किया।
- कल से शुरू होगा महापर्व
लोक आस्था का महापर्व छठ के अनुष्ठान बुधवार से शुरू हो जायेंगे। पहले दिन नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय पर्व का आगाज होगा। गुरुवार को खरना है और अस्ताचलगामी सूर्य को शुक्रवार को अर्घ्य अर्पित किया जायेगा। शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही इस पर्व का समापन होगा।
- क्या है गाइडलाइन
बता दें कि रविवार देर रात आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मुख्य सचिव ने जो गाइडलाइन जारी की, उसमें नदियों, तालाबों, सरोवरों आदि में छठ पूजा करने पर पाबंदी लगा दी गयी है। इसके अलावा छठ घाटों की सजावट और मेले के आयोजन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
सोमवार सुबह से ही इस गाइडलाइन को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी थी। छठ घाट की साफ-सफाई में जुटे लोग गाइडलाइन के कारण सकते में आ गये। साफ-सफाई अभियान पर विराम लग गया।
- झामुमो ने सीएम से किया आग्रह
दिन में सत्तारूढ़ झामुमो केंद्रीय समिति की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक स्मार पत्र सौंपा गया। इसमें छठ के लिए जारी गाइडलाइन पर पुनर्विचार कर इसमें आवश्यक संशोधन करने का आग्रह किया गया। यह स्मार पत्र पार्टी महासचिव सह प्रवक्ता बिनोद पांडेय ने सीएम को सौंपा।
- कांग्रेस ने भी की बदलाव की मांग
झामुमो की सहयोगी कांग्रेस ने भी गाइडलाइन में संशोधन को लेकर सीएम को स्मार पत्र भेजा। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कई नेताओं ने कहा कि बिहार की तर्ज पर तालाबों में छठ पूजा करने की छूट दी जानी चाहिए। झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने भी ट्वीट कर सीएम से कहा है कि छठ के लिए जारी गाइडलाइन जनता के अनुकूल नहीं हैं। इसमें संशोधन कर लोगों की भावनाओं और महापर्व की गरिमा का मान रखा जाना चाहिए।
- भाजपा ने जताया विरोध
उधर भाजपा ने इस गाइडलाइन के प्रति विरोध जताया। रांची सांसद संजय सेठ, विधायक नवीन जयसवाल, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय आदि ने डोरंडा स्थित बटन तालाब में पानी में खड़े होकर विरोध जताया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इस मुद्दे पर सीएम हेमंत सोरेन को पत्र भेजा और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।