Patna News: लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्या ने नीतीश पर तंज कसते हुए एक्स पर ट्वीट किया है जिसमें नीतीश के कार्यकाल पर सवाल उठाया है। रोहणी ने लिखा है कि 2005 के बाद क्या हुआ, जो पहले नहीं होता था ..2005 से पहले पलटासन का ईजाद भी नहीं हुआ था , 2005 से पहले मुख्यमंत्री पर थीसिस चोरी का जुर्म भी साबित नहीं होता था , 2005 से पहले किसी मुख्यमंत्री पर हत्या का मुक़दमा भी नहीं चला था , 2005 से पहले जनता के द्वारा किसी मुख्यमंत्री पर जूता – चप्पल – रोड़ा – पत्थर – थप्पड़ भी नहीं चलाया जाता था।
, 2005 से पहले गर्भाशय घोटाला भी नहीं होता था , 2005 से पहले बियाडा की जमीन के आवंटन में भी घोटाला नहीं होता था , 2005 से पहले किसी के डीएनए पर भी सवाल – संदेह नहीं किया जाता था और ना डीएनए पर सवाल उठाने वालों से कोई समझौता किया जाता था , 2005 के पहले भोज पर आमंत्रित कर ऐन मौके पर किसी के भोज की थाली भी नहीं खींच ली जाती थी , 2005 के पहले राजधानी पटना के गाँधी मैदान में सीरियल बम – ब्लास्ट भी नहीं होता था , 2005 के पहले विधानसभा परिसर में गुंडों को घुसवा कर माननीय विधायकों – विधान – पार्षदों पर लाठी – डंडा भी नहीं चलवाया जाता था , महिला विधायिकाओं की साड़ी नहीं फाड़ी जाती थी , 2005 के पहले हरेक परीक्षा – प्रतियोगी परीक्षा – बहाली – भर्ती परीक्षा में धांधली भी नहीं होती थी , 2005 के पहले लाचारी में कोई मुख्यमंत्री अपने मातहतों के पाँव छूते – पकड़ते नहीं देखा जाता था , 2005 के पहले किसी मुख्यमंत्री की बिगड़ती मानसिक स्थिति को लेकर चिंता भी नहीं जताई जाती थी ।
2005 के पहले किसी मुख्यमंत्री के द्वारा महिलाओं को संदर्भ में रख कर सदन में अमर्यादित – अश्लील – अभद्र वक्तव्य भी नहीं दिया जाता था , 2005 के पहले किसी मुख्यमंत्री के द्वारा सार्वजनिक मंच पर महिला उद्घोषिका को असहज कर देने शारीरिक स्पर्श भी नहीं किया जाता था , 2005 के पहले चूहा भी बांध कुतरने की ताकत रखने वाला नहीं होता था , 2005 के पहले चूहों को शराब पीने की लत भी नहीं थी , 2005 के पहले थानों – अस्पतालों – सरकारी दफ्तरों से शराब भी नहीं बिकती थी , 2005 के पहले उद्घाटन के पहले ही पूल – पुलिया – सड़कें ढह व् बह नहीं जाया करती थीं , 2005 के पहले किसी के खेत में पुल का निर्माण और निर्माण की एवज में पूर्ण – भुगतान भी नहीं कर दिया जाता था , 2005 के पहले शौचालय – महादलित विकास मिशन – सृजन जैसे घोटाले भी नहीं होते थे और मुजफ्फरपुर महापाप जैसा सत्ता संरक्षित घृणित कुकृत्य तो कतई नहीं होता था .. 2005 के पहले क्या नहीं होता था , जो 2005 के बाद हुआ और आज हो रहा है , इसकी लिस्ट बड़ी लंबी है , इतनी लंबी कि अगर सबों का जिक्र किया जाए तो बेगैरतों – बेशर्मों की उम्र छोटी पड़ जाएगी जवाब देते – देते ..