Ranchi Land scam: ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने रांची के कांके अंचल में तत्कालीन सीओ दिवाकर द्विवेदी और भू माफिया कमलेश कुमार के बीच हुई करोड़ों की घूस की डील का खुलासा किया है। ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, दिवाकर द्विवेदी ने जमीन पर कब्जे के बदले कमलेश से साढ़े 3 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
ईडी ने कोर्ट में पेश किए साक्ष्य, मनी लाउंड्रिंग का बड़ा मामला
ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के मामले में झारखंड के कांके के पूर्व सीओ दिवाकर द्विवेदी, जयकुमार राम, जमीन कारोबारी अरविंद साहू, रेखा देवी और अन्य संदिग्धों के खिलाफ साक्ष्य पेश किए हैं। ईडी का कहना है कि भू माफिया कमलेश ने फर्जी नीलामी पत्रों के जरिए 85 करोड़ रुपये की जमीन की हेराफेरी की और इसके बदले दी गई रकम को विभिन्न किस्तों में लिया गया।
किस्तों में घूस: 3.5 करोड़ की डील का हुआ खुलासा
ईडी की चार्जशीट में बताया गया है कि दिवाकर द्विवेदी ने कमलेश से पहली किश्त के तौर पर 20 लाख रुपये, दूसरी किश्त के रूप में 60 लाख रुपये पूर्व डिप्ट्रिक्ट सब रजिस्ट्रार राहुल चौबे के फ्लैट से लिए थे। इसके बाद तीसरी किश्त के 1.50 करोड़ रुपये रांची के रिंग रोड पर प्राप्त किए गए, जबकि अंतिम किश्त डाटा इंट्री ऑपरेटर प्रवीण कुमार जायसवाल के माध्यम से ली गई थी।
कमलेश के मोबाइल चैट से हुआ खुलासा
ईडी को कमलेश के मोबाइल से एक तस्वीर मिली, जिसमें वह और डाटा इंट्री ऑपरेटर प्रवीण कुमार जायसवाल एक साथ बैठे हैं, और उनके सामने 1.50 करोड़ रुपये की रकम रखी हुई है। इस तस्वीर को दिवाकर द्विवेदी को भेजे जाने की जानकारी भी मिली है। इसके अलावा, कमलेश के खिलाफ पहला सुराग शेखर कुशवाहा के मोबाइल चैट से मिला था, जिसमें फर्जी नीलामी पत्रों से जुड़े दस्तावेज पाए गए थे।
रांची में जमीनों की हेराफेरी और मनी लाउंड्रिंग
ईडी ने बताया कि रांची में बीएयू (बीरसा कृषि विश्वविद्यालय) की 20 एकड़ जमीन समेत कांके अंचल के सैकड़ों एकड़ जमीन से करोड़ों की मनी लाउंड्रिंग की जा रही थी। इस मामले में 21 जून को ईडी ने कमलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 1 करोड़ 2 लाख रुपये की नकदी, कारतूस और कई दस्तावेज़ व डिजिटल डिवाइस बरामद किए गए थे।