जांच का इंतजार करें ,नामी,बेमानी सब सामने आ जाएगा
Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज झारखंड विधानसभा में चंपाई सरकार के विश्वास प्रस्ताव के बाद मीडिया के बीच अपनी प्रतिक्रिया दी। मरांडी ने कहा हेमंत सरकार के लूट की जांच का इंतजार करें सब दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा।कहा कि भाजपा पर फंसाने का आरोप निराधार है। राज्य की जनता को पता है कि शिबू सोरेन को कांग्रेस के शासन में तिहाड़ जेल भेजा गया, मधु कोड़ा को जेल कांग्रेस ने भेजा।
उन्होंने कहा कि बिना कार्रवाई हुए कोई चोर नही बोलता कि उसने चोरी की है। कहा कि जो चोरी करेगा उसे दंडित कराना जांच एजेंसियों का काम है। इसलिए भ्रष्टाचारी का कानून की नजर से बच पाना मुश्किल है। कहा कि सुप्रीम कोर्ट,हाई कोर्ट जाने से वही होगा जो विधि सम्मत होगा।
मरांडी ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को दुकान नही बनाती है। जो परिवार और पैसे की राजनीति करते हैं वे ही ऐसा बोलते हैं । आज सत्ताधारी विधायकों की पहरेदारी की जा रही।इससे स्पष्ट है कि सत्ता पक्ष में अंतर्विरोध है। कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी निवर्तमान मुख्यमंत्री की भाषा विधानसभा में भी धमकी भरी है। ये चोरी के बाद सीनाजोरी की भाषा है । राज्य की जनता इनके चरित्र को पूरी तरह समझ चुकी है।
आदिवासी,दलित और पिछड़ों का उत्थान कांग्रेस के एजेंडे में कभी नहीं रहा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। मरांडी ने कहा कि कांग्रेस के राजकुमार को आज आदिवासी ,दलित,पिछड़ों की याद आ रही है।लेकिन अब पछताए क्या ,जब चिड़िया चुग गई खेत।
कहा कि राहुल जी जितनी यात्रा कर सकते हैं कर लें लेकिन जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ चुका है।
मरांडी ने कहा कांग्रेस ने आदिवासी ,दलित,पिछड़ों को केवल वोट बैंक समझा ,इनके उत्थान की चिंता कभी नही की।कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी को आदिवासी विकास की चिंता होती तो अलग झारखंड राज्य का सपना पूरा करने केलिए भाजपा के सरकार की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती। कांग्रेस पार्टी तो आंदोलन का मोलभाव करती रही।
दलितों का सम्मान कांग्रेस पार्टी कितना करती है यह तो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न कब मिला और किसने दिया इसी से पता चलता है। कहा कि धारा 370 के कारण जम्मू कश्मीर के दलित समाज ने आजाद भारत में को दंश झेला उसका जवाब कांग्रेस पार्टी को देना चाहिए। वर्षों तक जम्मू कश्मीर के पढ़े लिखे दलित युवक आरक्षण की सुविधा से वंचित रहे।