लखीसराय। पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के दानापुर रेलमंडल अन्तर्गत बिहार के मोकामा-किउल खंड के बड़हिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों में ठहराव को लेकर रविवार से शुरु किया गया आंदोलन 32 घंटे बाद रेल अधिकारियों के द्वारा पाटलिपुत्र एक्सप्रेस का ठहराव 15 दिनों में सुनिश्चित करने और शेष ट्रेनों के लिए 2 महीने का आश्वासन दिए जाने के बाद समाप्त हो गया। आंदोलन के कारण दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन के पटना-मोकामा-किउल रेलखंड पर करीब 32 घँटे रेल परिचालन ठप्प रहा। लखीसराय जिलाधिकारी संजय कुमार और पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल के एडीआरएम के नेतृत्व में रेल प्रशासन की टीम ने आंदोलन में शामिल लोगों से बात की जिसके बाद आंदोलन कारियों ने धरना समाप्त कर दिया। रेल ट्रैक से टेंट पंडाल हटा लिए गए।
उल्लेखनीय हो कि रविवार की सुबह से ही यह आंदोलन चल रहा था। दानापुर मंडल के किऊल-मोकामा रेल खंड के बीच 4 लाख की आबादी वाला बड़हिया स्टेशन पर ग्रामीणों ने ट्रेनों की ठहराव की मांग पर रविवार से ही ट्रैक को जाम कर दिया था, जो सोमवार को भी जारी रहा। आंदोलन को देखते हुए रेलवे की ओर से सैकड़ों ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और सैकड़ों ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया।
जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें राज्य को कोलकाता, सियालदह और जसीडिह से जोड़ने वाली चार एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। ईसीआर की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि लंबी दूरी की 40 ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया है। जिनमें हावड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस, आसनसोल-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस, अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस और कामाख्या-दिल्ली एक्सप्रेस प्रमुख हैं।