रांची।
झारखंड विधान सभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन मंगलवार को सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही। सत्र शुरू होने के साथ ही भाजपा सदस्यों ने राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाहन 11.27 से अपराहन 12:30 बजे तक स्थगित कर दी। विधानसभा की कार्यवाही दिन में 11:00 बजे शुरू होने पर भाजपा के विधायक बिरंची नारायण ने पिछले दिनों राजधानी के लोअर बाजार स्थित पुलिस गेस्ट हाउस में एक नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना का मामला उठाते हुए कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग रखी। वहीं पार्टी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा नियोजन नीति को रद्द करने से संबंधित दिए गए फैसले से राज्य में बेरोजगारी का संकट उत्पन्न होने का मामला उठाते हुए कार्य स्थगन का प्रस्ताव लाने एवं इस पर चर्चा की मांग रखी। मगर विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों विधायकों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को अमान्य कर दिया। इससे भाजपा के कई सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान भाजपा विधायक रणधीर कुमार सिंह के व्यवहार से नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें मार्शल आउट करने का निर्देश दिया। जिसके बाद मार्शल की सहायता से उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने दुष्कर्म की घटना को लेकर डीजीपी से बात की। साथ ही उन्होंने सदन को अवगत कराया कि वह दोपहर बाद पूरी रिपोर्ट सदन को देंगे। इस बीच भाजपा के विधायकों का विरोध जारी रहा। इसे देखते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।