Purnia: जन विश्वास यात्रा पर निकले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के काफिले में शामिल एक गाड़ी सोमवार की रात दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में गाड़ी के ड्राइवर पुलिस जवान हलीम की मौत हो गई जबकि आठ से अधिक जवान घायल हो गए हैं।
यह दुर्घटना पूर्णिया में बिलौरी पैनोरमा हाइट के पास हुई, जहां तेजस्वी यादव के जन विश्वास यात्रा के काफिले की एक गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरी लेन में जा रही कार से टकरा गई। इस कार में सवार तीन अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि कार और एस्कॉर्ट गाड़ी में टक्कर होने के बाद बीएमपी के जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। एक की मौत हो गई है। एक कार में सवार का एयरबैग खुल जाने की वजह से वह लोग खतरे से बाहर है। सभी का इलाज राजकीय मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पहुंचकर हादसे के बारे में जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा का दूसरा चरण 25 फरवरी से शुरू हुआ था और इसका समापन 28 फरवरी को होगा। दूसरे चरण के तहत लगभग 1400 किलोमीटर का रोड शो होगा। लोकसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यात्रा बिहार में जन विश्वास यात्रा निकाल रहे हैं। उनकी ये यात्रा 20 फरवरी से शुरू हुई थी।
स्काउट गाड़ी के एक्सीडेंट के जान गवाने वाले ड्राईवर की पुत्र ने कहा- किसी ने अभी तक नहीं पूछा हाल
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा में एक एस्कॉर्ट गाड़ी के एक्सीडेंट मरने वाले ड्राइवर हलीम के पुत्र ने रो रो कर मीडिया कर्मियों से कहा की जिस तेजस्वी यादव के सुरक्षा में मेरे पिताजी तैनात थे उन्हीं की यात्रा के दौरान मेरे पिताजी अल्लाह को प्यारे हो गए परंतु अब तक ना तो तेजस्वी यादव का कोई फोन आया और ना ही कोई मिलने आया। यहां तक कि उनकी पार्टी से भी कोई व्यक्ति मिलने नहीं आया।
मो हलीम के पच्चीस वर्षीय पुत्र शाहनवाज आलम ने बताया कि मेरे पिताजी या मेरे घर वालों से तेजस्वी मिलने तक नहीं आए।उसने बताया की मेरे पिता के ऊपर घर के 12 लोगों की जिम्मेदारी थी।अब सब लूट चुका है।हमलोग अनाथ हो गए। शाहनवाज ने बताया कि पुलिस के लोगों ने ही हमलोगों को सूचना दी।इस संकट की घड़ी में पुलिस डिपार्टमेंट हमारे साथ है। स्थानीय लोगों ने सरकार से बीस लाख रुपए की आर्थिक मदद तथा परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।