Gumla: जिले के चैनपुर अनुमंडल क्षेत्र में आने वाला कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के रोगाडीह जंगल के समीप पुलिस ने 200 गोवंशीय पशुओं को जप्त किया है। वहीं मौके पर पुलिस ने 10 तस्करो को भी गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरुमगढ़ पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रोगाडीह जंगल के समीप से कुछ लोग अवैध गोवंशीय पशुओं को मारते पीटते हुए तस्करी कर रहे हैं जिसके बाद कुरुमगढ़ थाना थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने एक छापामारी दल का गठन किया और अपने दल बल के साथ सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए लगभग 200 गोवंशीय पशु तथा 10 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि अवैध गोवंशीय पशु तस्करी के खिलाफ लगातार कारवाई जारी रहेगी । वहीं जप्त किए गए सभी पशुओं को वरीय पदाधिकारियों के आदेश पर जरूरतमंद किसानों के बीच जिम्मेनामा लिखाकर उन्हें सौंप दिया जाएगा। मालूम हो कि गुमला जिले से सटे हुए सिमांत पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से झारखंड होकर गोवंशीय तस्करी की जाती है और पड़ोसी राज्य जशपुर जिला से झारखंड राज्य के बार्डर इलाके जारी थाना क्षेत्र से डुमरी एवं चैनपुर थाना क्षेत्र से होकर कुरूमगढ के रास्ते से पलामू एवं गुमला जिले के बिशुनपुर घाघरा थाना क्षेत्र से गौ तस्करों द्वारा यह धंधा करने का सबसे सुगम मार्ग होते हैं लेकिन गुप्त सूचना मिलने पर रहरह कर आएं दिन गोवंशीय तस्करी का मामला सामने आ रहे हैं।
बताया जाता है कि झारखंड होकर बंगाल और बंगलादेश तक गोवंशीय पशु तस्करों द्वारा पहुंचाएं जाते हैं। यह भी कि गोवंशीय पशु तस्करों द्वारा इस अवैध कारोबार में पशुओं को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक तय राशि दी जाती है और फिर बड़े एवं छोटे वाहनों में गोवंशीय तस्करी के सफेदपोश का जिम्मा होता है इससे अभी तक इस गोरखधंधे में सफेदपोशों के नहीं पकडे जाने का कारण बनता है।पशु तस्कर से जो मवेशी पकड़े गये है उसे ग्रामीण के बीच बांटे जाने की चर्चा है।कुछ दुधारू पशु को ग्रामीण के बीच पशुधन के रुप दिया जायेगा।