Patna: राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी के बाद महादलित समाज के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए जिस तरह से आपा खोकर तुम-ताम की भाषा का प्रयोग किया, उससे साफ होता है कि वे विक्षिप्त हो गए हैं और संवैधानिक पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं। पलटूराम का भाषण पूरे दलित समाज का अपमान है।
मुख्यमंत्री को एक मित्र के नाते सलाह देते हुए सुशील मोदी ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि अब नीतीश कुमार को अपने उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप कर आराम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उम्र में अपने से दस साल बड़े मांझी के लिए जिन अपमानजनक शब्दों का प्रयोग आंखें तरेरते हुए किया, वैसा यदि वे सदन के बाहर करते, तो उन पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज होता।
उन्होंने कहा कि यदि जीतन राम किसी दूसरे समुदाय के होते, तो नीतीश कुमार ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने की हिम्मत नहीं करते। जदयू के लोग नीतीश कुमार के सड़क छाप बयानों का बचाव करने के लिए बॉयलॉजी की पुस्तक से प्रजनन प्रक्रिया का पाठ पढ़ाने पर उतर आये हैं। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना और गलत संगत में पड़ना नीतीश कुमार के मानसिक संतुलन पर बहुत भारी पड़ रहा है।