Palamu : नावाजयपुर थाना क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता एक नाबालिग लड़की ने बच्ची को जन्म दिया है। एमआरएमसीएच मेदिनीनगर में नॉर्मल डिलीवरी से प्रसव कराया गया। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। एमआरएमसीएच मेदिनीनगर से नाबालिग लड़की और उसके बच्चे को बालिका गृह में रखा जाएगा। नाबालिग के साथ उसके 46 वर्षीय पड़ोसी ने दुष्कर्म किया था। मामले का खुलासा तब हुआ, जब दुष्कर्म पीड़िता गर्भवती हो गई।
दरअसल, जिले के नावाजयपुर थाना क्षेत्र की 15 वर्षीय पीड़िता अपने पड़ोस में पानी लेने के लिए जाती थी। आरोप है कि इसी दौरान 46 वर्षीय पड़ोसी ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया था। साथ ही मामले की जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। दुष्कर्म के चार महीने के बाद पीड़िता गर्भवती हो गई। इसके बाद उसने परिजनों को घटना की जानकारी दी। वहीं जानकारी मिलने के बाद मामले में पीड़िता के पिता ने नावाजयपुर थाना में आवेदन देकर आरोपी पर पॉक्सो और दुष्कर्म की गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करायी थी।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपित अभी भी जेल में है। आरोपित के खिलाफ पुलिस ने अनुसंधान करते हुए कोर्ट में अंतिम चार्जशीट भी दाखिल कर दी है। दुष्कर्म की एफआईआर होने के बाद से पीड़ित बालिका गृह में ही रह रही थी। प्रसव पीड़ा के बाद नाबालिग को एमआरएमसीएच में भर्ती करवाया गया था, जहां उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है।
बच्ची का कराया जाएगा डीएनए टेस्ट
नवजात का पुलिस डीएनए टेस्ट भी कराएगी। बाल कल्याण समिति की निगरानी में जच्चा और बच्चा को रखा जाएगा। इस संबंध में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि जच्चा और बच्चा के स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा रही है। 18 वर्ष पूरा होने के बाद पीड़िता बच्चे के बारे में फैसला लेगी। पलामू के इलाके में यह तीसरी घटना है।