Palamu: रामगढ़ थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव में गत तीन जुन को दफनाए गए किशोरी के शव मामले में परिजनों द्वारा दु/ष्कर्म कर ह/त्या किए जाने की शिकायत पर किशोरी का शव उसके कब्र से गुरुवार को निकाला गया। एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद की मौजूदगी में एवं चैनपुर के अंचलाधिकारी चंद्रशेखर कुणाल की देखरेख में थाना प्रभारी निलेश कुमार ने डेड बॉडी को कब्र से बाहर निकाला और जरूरी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यहां बता दें कि गत तीन जून को ही किशोरी का शव दफ़नाया गया था।
बताया जाता है कि नावाडीह गांव की ही 13 साल की किशोरी गांव के अन्य लोगों के साथ 8 महीने पहले बिहार के सासाराम के आलमपुर में ईंट भट्ठे पर काम करने गई थी। ठेकेदार नरेश कोरवा किशोरी को ईंट भट्टे पर काम करने के लिए ले गया था। बरसात के पहले सारे लोगों के घर आने की संभावना थी। इसी बीच 3 जून को ठेकेदार नरेश कोरवा किशोरी की डेड बॉडी लाकर उसके परिजनों को दिया। किशोरी की मां ने ठेकेदार पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इस बीच डेड बॉडी को दफना दिया गया, लेकिन उसकी मां और गांव के अन्य लोग किशोरी का शव कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे थे।
रामगढ थाना प्रभारी द्वारा कब्र के शव निकालने में सुस्ती बरतने पर एसपी कार्यालय घेरने की तैयारी थी। इस बीच मेदिनीनगर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मणि भूषण प्रसाद को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने टीम बनाकर डेड बॉडी को कब्र से बाहर निकाला। मणि भूषण प्रसाद ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसकी रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।