गिरिडीह।
जिले में अगस्त 2010 में बारूदी सुरंग विस्फोट कर कैश वैन उड़ाने व वाहन पर सवार पांच निजी सुरक्षा गार्ड की हत्या सहित कई कांडों के नामजद 1 लाख का इनामी नक्सली तूफान दा की इलाज के दौरान रिम्स में मौत हो गई। मृतक माओवादी नक्सली तूफान दा गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के झरहा गांव का रहने वाला था। उसे पुलिस ने 12 जुलाई को घर से गिरफ्तार किया था। नक्सली संगठनों में कई नामों से प्रसिद्ध तूफान दा की मौत से उसके गांव में मातम का माहौल है। मृतक नक्सली ने कई नक्सली वारदातों को अंजाम दिया था। गत चार अगस्त 2010 को पीरटांड के पांडेयडीह में गिरिडीह डुमरी पद पर बारूदी सुरंग विस्फोट कर कैश वैन उड़ाने, वाहन पर सवार पांच निजी सुरक्षा गार्ड की हत्या व वर्ष 2001 में धनबाद के तोपचांची कैंप पर हमला समेत कई कांड उस पर दर्ज थे। नक्सली की मौत की सूचना पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार उसके घर पहुंचे। परिजनों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद उसकी पिटाई की गई थी। ज्यादा तबीयत बिगड़ गई और समुचित इलाज नहीं कराए जाने के कारण उसकी मौत हो गई। मामले में विधायक ने इसे सीएम के समक्ष रखने की बात कही है।