नवादा। जिले के रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत स्थित भानेखापा अबरख खदान में अवैध उत्खनन के दौरान सोमवार को चाल धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई ।वहीं 4 मजदूर दबे हुए बताए जा रहे हैं । मृतक की पहचान इसी थाने के सुरलेटी गांव के हीरा भुइयां की 18 वर्षीय पुत्री चिंता कुमारी के रूप में कई गई है।दबे हुए में एक भनेखाप के चरका भुइयां बताया जा रहा है। घटना की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को देकर कार्रवाई की मांग की है । गौरतलब हो कि रजौली के सवैयाटांड पंचायत के शारदा माइंस में अवैध उत्खनन के कारण बीते दस अप्रैल को डायनामाइट विस्फोट में एक मजदूर के हाथ पैर उड़ गए थे । अभ्रक खदान में खनन पर बिहार सरकार ने प्रतिबंधित लगा रखा है।बावजूद जिला प्रशासन के अधिकारियों के संरक्षण में अभ्रक माफियाओं द्वारा अवैध उत्खनन लगातार जारी है। सुत्री बताते है कि करीब एक दशक से अधिक समय से भानेखाप में माइका का अवैध उत्खनन जारी है। यहां से निकलने वाला रुबी माइका उच्च् कोटि का माना जाता है।
घटना में अभ्रक की अवैध खान में फंसे 2 अन्य मजदूरों को निकाल लिया गया है। इनकी पहचान चरका भुईयां और अनिल भुईयां के रूप में हुई है। इनमें से चरका भुईयां की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शव को लेकर अभ्रक खनन माफिया दूसरे जिले चले गए हैं.
आर्थिक अपराध शाखा के तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण वशिष्ठ ने भी जांच के दौरान पाया था कि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन हो रहा है। इसे रोकने की जरूरत है । यहां झारखंड के कोडरमा तथा गिरिडीह के अभ्रक माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से उत्खनन कर करोड़ों रुपये मूल्य के अभ्रक की तस्करी की जा रही है।कई बार जिला प्रशासन के अधिकारियों को पत्र लिखकर अवैध खदान रोकने के निर्देश दिए गए है।बावजूद आज तक अवैध उत्खनन को नहीं रोका जा सका है ।नतीजन आए दिन मजदूरों की दबकर मौत हो रही है।