रांची।
झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रांची के डोरंडा स्थित जैप वन ग्राउंड में रविवार को आयोजित पुलिस अलंकरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 80 पुलिस पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा, सराहनीय सेवा और वीरता पदक से सम्मानित किया। मौके पर तीन पुलिस पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए झारखंड राज्यपाल पदक से नवाजा गया। इनमें आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह, हवलदार छत्रजीत लिंबू और हवलदार लाल बहादुर आले शामिल हैं। वही वीरता के लिए झारखंड पुलिस पदक से 27 पुलिस पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।इनमें आईपीएस अधिकारी नाथू सिंह मीणा शामिल है। इसके अलावा पुलिस सराहनीय सेवा के लिए झारखंड पुलिस पदक से डीआईजी रांची समेत 30 पुलिस पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में रांची रेंज के डीआईजी अखिलेश कुमार झा, एसएसपी जमशेदपुर एम तमिलवानन, सिटी डीएसपी जमशेदपुर अनुदीप सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी छतरपुर शंभू कुमार सिंह, एसआई ललन प्रसाद सिंह सहित 30 पुलिस पदाधिकारी शामिल है। इसके पहले आयोजित अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री ने पुलिस परेड का निरीक्षण किया। मौके पर मुख्यमंत्री ने जैप वन परिसर में आईपीएस अतिथिगृह पलाश का भी उद्घाटन किया।
कोरोना के दौरान राज्य पुलिस की मानवीय चेहरा भी देखने को मिला मुख्यमंत्री
मौके पर मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि राज्य पुलिस द्वारा कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी के दौरान न सिर्फ विधि व्यवस्था की ड्यूटी निभाई गई बल्कि समाज के समक्ष पुलिस का मानवीय चेहरा भी दिखाया गया, जो पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। महामारी के दौरान झारखंड पुलिस के प्रयासों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों से पैदल लौट रहे लोगों को न सिर्फ उन्हें घर पहुंचने में सहयोग किया बल्कि थानों में सामुदायिक रसोई के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन भी उपलब्ध कराया। जिसे पूरे देश में सराहा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की भूमिका न सिर्फ कठिन है बल्कि काफी चुनौतीपूर्ण भी है।