बिहार में फूड प्रोसेसिंग उद्योग में 14 बड़ी कंपनियां 2181 करोड़ का निवेश करेंगी, इससे लगभग 4175 लोगों को रोजगार मिलेगा। दरअसल बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के तहत आयोजित मीट में सोमवार को देश-विदेश के निवेशक शामिल हुए, इस दौरान 14 कंपनियों ने आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किया और राज्य सरकार ने निवेशकों को हर तरह सहयोग का भरोसा दिया। बिजनेस कनेक्ट मीट में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा ‘बिहार में इस उद्योग की भरपूर संभावना है।’
चिराग पासवान ने कहा कि ’14 आशय पत्रों पर हस्ताक्षर बिहार में कृषि औद्योगिक क्षेत्र को और उच्च स्तर तक ले जाने के इरादे दर्शाती है। प्रमुख निवेशों में ग्रुस एंड ग्रेड प्राइवेड लिमिटेड की पूरी तरह से स्वचालित हाईटेक पोहा प्लांट ओर जैव ईंधन उत्पादन और अन्य पहलों के लिए 905 करोड़ की परियोजनाएं शामिल हैं। एसएलएमजी बेवरेजेज की 700 करोड़ की कोका कोला बॉटलिंग यूनिट और बाबा एग्रो फूड की 160 करोड़ की हाई-टेक आटा मिल भी शामिल है। आनंद डेयरी का 50 करोड़ का डेयरी प्लांट, मधुबनी मखाना प्राइवेट लिमिटेड की 25 करोड़ की मखाना प्रसंस्करण इकाई और नीरामय फूड्स की 27 करोड़ की बिस्किट निर्माण फैसिलिटी जैसी परियोजनाएं भी शामिल हैं।’
इंवेस्टर्स मीट में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ये भी कहा कि ‘केंद्र सरकार बिहार में 60 हजार करोड़ से विकास कार्य करेगी, इस राशि से राज्य में ऊर्जा, सड़क, पुल, पुलिया आदि और बेहतर होगी। राशि से एयरपोर्ट और ड्रायपोर्ट आदि स्थापित होंगे। देश की आर्थिक स्थिति सुधारने में बिहारियों का बड़ा योगदान है। राज्य में औद्योगिक विकास होने से दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए जाने वाले लोग वापस बिहार लौट आएंगे। डबल इंजन की सरकार में बिहार में तेजी से विकास कार्य होंगे, राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति से निवेशक यहां उद्योग लगाने के लिए आकर्षित हो रहे हैं। हाजीपुर में केला, मुजफ्फरपुर में लीची और भागपलुर में आम के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जा सकते हैं। पंचायत स्तर तक फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित होने से किसानों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य मिलेगा।’