गिरिडीह। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण चूहे ने एक नवजात बच्चे को कुतर डाला। इसके बाद आनन फानन में बच्चे को धनबाद रेफर किया गया है। लापरवाही का यह मामला चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु इकाई केंद्र में सोमवार को हुआ है। मामले को लेकर आक्रोशित परिजनो ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं सिविल सर्जन डा. एसपी मिश्रा ने कहा कि जांच कर दोषियों को दंडित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गिरिडीह के चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु केंद्र में चार दिन पूर्व शुक्रवार की रात को देवरी के असको गांव निवासी राजेश सिंह की पत्नी ममता देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया था।बच्ची के जन्म लेने के बाद घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन इसी बीच चिकित्सकों ने राजेश सिंह से कहा कि उनकी बच्ची की तबीयत खराब है और जॉन्डिस हो गया है। इतना कहकर चिकित्सकों ने बच्ची को चाइल्ड वार्ड में भर्ती करा दिया। लेकिन बच्ची को चाइल्ड वार्ड में रखने के बाद बच्ची पर किसी की नजर नहीं गयी और चार फीट ऊपर रखने के बावजूद बच्ची को चूहों ने बुरी तरह से कुतर दिया।
सोमवार की अहले सुबह जब चिकित्सकों को इसकी जानकारी मिली तो आनन-फानन में बच्ची के परिजनों को बिना कुछ बताये धनबाद रेफर कर दिया गया। जब परिजन धनबाद पहुंचे तो परिजनों से वहां भी बातें छिपाई गईं, लेकिन परिजनों के दबाव डालने के बाद उन्हें बताया गया कि बच्ची को चूहा ने कुतर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही के बाद गिरिडीह जिले में राजनीतिक दलों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा समेत तमाम कार्यकर्ता सदर अस्पताल पहुंचे और सिविल सर्जन से मामले की जानकारी ली। घटना को लेकर सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।