Nawada: निगरानी की टीम ने गुरुवार को हिसुआ थाना में कार्यरत दारोगा राजेश कुमार 31 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया हैं। हिसुआ बाजार निवासी हीरा साव की शिकायत पर निगरानी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है। निगरानी के डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम के द्वारा उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
इस टीम में निगरानी के डीएसपी आदित्य राज, इंस्पेक्टर मिथिलेश जायसवाल, इंस्पेक्टर मुरारी प्रसाद, सब इंस्पेक्टर ऋषिकेश सिंह, सब इंस्पेक्टर देवी दयाल श्रीवास्तव, सब इंस्पेक्टर गणेश कुमार आदि शामिल थे। इसके पूर्व शिकायत का सत्यापन एएसआई कश्यप के द्वारा किया गया था। घटनाक्रम के बारे में बताया जाता है कि शिकायतकर्ता हीरा साव के दुकान के सामने की जमीन पर अतिक्रमण किसी व्यक्ति के द्वारा किया गया था। उस अतिक्रमण को हटाने के लिए हीरा साव के द्वारा पुलिस से संपर्क किया गया था। इसके बाद उक्त दरोगा के द्वारा 35000 रु की मांग की गई थी। जिसकी शिकायत हीरा साव द्वारा निगरानी थाना में दर्ज कराई गई थी।
शिकायत का सत्यापन के बाद डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। आज गुरुवार 23 नवंबर को हिसुआ चौक पर हीरा गारमेंट्स नामक दुकान में रुपए लेते उक्त दरोगा को निगरानी टीम के द्वारा गिरफ्तार किया गया। निगरानी टीम की इस कार्रवाई से नवादा पुलिस को एक बार फिर से शर्मसार होना पड़ा है। कुछ माह पहले ही नवादा टाउन थाना के एक सब इंस्पेक्टर लाल बाबू यादव एक लाख रुपए का रिश्वत लेते निगरानी के हत्थे चढ़े थे। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों के ऑडियो – वीडियो आम पब्लिक से रिश्वत लेने के मामले में वायरल हुआ है। जिसमें अपेक्षित कार्रवाई नहीं होने से इस प्रकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।
फिलहाल, गिरफ्तार दारोगा को निगरानी की टीम पटना ले गई है। जहां उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। बता दें कि गिरफ्तार दारोगा को हाल ही में एएसआई एसआई में प्रमोशन मिला था। नवादा जिले के अधिकांश थानों में रिश्वत के बगैर कोई काम नहीं हो रहा है ।वहीं एसपी अम्बरीष राहुल लगातार रिश्वत की शिकायत को नजर अंदाज कर रहे हैं ।जिस कारण पुलिस तंत्र में बैठे लोग जनता के दोहन में लगे हैं।