Nawada: बिहार- झारखंड की सीमा पर कौआकोल थाना क्षेत्र के झरनमां में गुरुवार को पांच की संख्या में रहे बदमाशों ने एक बाइक सवार युवक को पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जला दिया। मृत युवक की पहचान झारखंड के गिरीडीह जिला अंतर्गत गांवा थाना के डूमरझारा निवासी सोमर साव के पुत्र मुकेश कुमार साव (30) वर्ष के रूप में की गई है। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
कौआकोल थाना क्षेत्र के रानीगदर में हो रहे तालाब के निर्माण में डूमरझारा निवासी सोमर साव का ट्रैक्टर मिट्टी ढोने का काम कर रहा था। मुकेश अपने भाई छोटू साव के साथ बाइक पर डीजल लेकर ट्रैक्टर में डालने के लिए जा रहा था। इसी बीच झरनमां के पास पूर्व से घात लगाए बैठे पांच की संख्या में रहे बदमाशों ने बाइक को रोक कर मुकेश को उतार लिया और उसके साथ मारपीट करने लगा। बाइक तथा उसके उपर पेट्रोल छिड़क कर आग लग दिया।
इसी बीच मौका पाकर बाइक पर साथ में रहे मुकेश का भाई छोटू किसी तरह वहां से भाग निकला और घटना की जानकारी घर वालों को दी। जब तक घर वाले घटना स्थल पर पहुंचे तब तक मुकेश की मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने इसकी सूचना कौआकोल पुलिस को मोबाइल पर दी। कौआकोल पुलिस यह कहकर अपना काम खत्म कर लिया कि मामला झारखंड का है। इसलिए प्राथमिकी वहां की पुलिस करेगी।
जिसके बाद मृतक के परिजन गांवा, लोकाय तथा घुठिया की पुलिस को देकर कार्रवाई किए जाने की मांग की। वहां की पुलिस ने भी यह कहकर अपना पल्लू झाड़ लिया कि घटना कौआकोल थाना क्षेत्र की सीमा में है। प्राथमिकी दर्ज कौआकोल पुलिस करेगी। जिसके बाद मृतक के परिजन कौआकोल थाना पहुंचे और घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया। पर कौआकोल पुलिस फिर उसे यही कहकर लौटा दिया कि मामला झारखंड का है। इसलिए मुझे प्राथमिकी दर्ज करने का कोई औचित्य ही नहीं बनता।
इस प्रकार मृतक के परिजन शव को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कौआकोल, लोकाय तथा घुठिया थाने का चक्कर काटने के लिए विवश हो रहे हैं। जब घटनास्थल कौवाकोल थाना क्षेत्र में है तो निश्चित तौर पर यह मामला कौवाकोल थाने में दर्ज होनी चाहिए। मानवाधिकार संगठन के प्रतिनिधि दिनेश अकेला ने नवादा के एसपी कार्तिकेय शर्मा से घटनास्थल की जांच कर कर प्राथमिक दर्ज कराने के लिए मांग की है।