रांची।
भाजपा ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहां है कि राज्य सरकार आदिवासी मूलवास यों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विरोध कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित बैठक में विरोध जताकर सरकार के आदिवासी मूलवासी विरोधी चेहरे को दिखा दिया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शिक्षा नीति से राज्य में नागपुरी, संथाली, मुंडा, खोरठा, हो, कुडुख जैसे क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहन मिल सकता है। शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए संकल्पित है। केंद्र की अटल सरकार ने संथाली को आठवीं अनुसूची में शामिल किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति जनजातीय समुदाय के हित में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आम लोगों के बीच भ्रम फैलाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों के आने पर विदेश जाकर पढ़ने वाले छात्रों की संख्या घटेगी और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। छठी कक्षा से वोकेशनल कोर्स शुरू होगी जो रोजगार पर केंद्रित होगी।