बगहा।नरकटियागंज स्टेशन अधीक्षक के रसोईया शैलेश महतो ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि हत्या कर उसके शव को फंदे से लटकाया गया था। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। इसके बाद आत्महत्या के मामले को हत्या में तब्दील कर दिया गया है। मालूम हो कि 23 अक्टूबर को रसोईया का शव फंदे से लटका मिला था।
रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि स्टेशन अधीक्षक लालबाबू रावत के कुक शैलेश महतो ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसकी हत्या हुई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में रेल थाना में आत्महत्या का मामला दर्ज हुआ था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि यह हत्या का मामला है। इसमें हर पहलू की जांच हो रही है। जांच में पाया गया है कि कुक ने कोई रस्सी नहीं खरीदी थी।
उन्होंने बताया कि मामले में स्टेशन अधीक्षक का बयान दर्ज किया जाएगा। हालांकि उन्हें चार पांच बार सूचना दी गई है, लेकिन वे उपस्थित नहीं हो सके हैं। इससे स्टेशन अधीक्षक भी संदेह के घेरे में है। उनके बयान मिलने पर स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने आशा जताई है कि हत्याकांड के कारणों का शीघ्र उद्भेदन हो जाएगा।
डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि शैलेश के शव के पास से एक नई रस्सी मिली थी। जबकि व रस्सी शैलेश ने नहीं खरीदी थी। एक दुकानदार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शव के पोस्टमार्टम के दौरान कौन-कौन व्यक्ति शामिल था, उसकी सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है।