Muzaffarpur: जिले में कांटी थाना क्षेत्र से शुक्रवार की देर शाम डॉक्टर एसपी सिंह के इकलौते पुत्र विवेक का किए गए अपहरण मामले में 15 घंटे के भीतर अपह्त पुत्र को बरामद कर लिया है। ज्ञात हो कि स्कॉर्पियो सवार अज्ञात अपराधियों ने कांटी ओवरब्रिज के समीप एक निजी स्कूल के पास से विवेक का अपहरण किया था। अपहरण की सूचना के बाद आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया था।
घटना के बाद मुजफ्फरपुर के एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में गठित की गई विशेष टीम और डीआईओ की संयुक्त टीम सीसीटीवी से लेकर टेक्निकल और मानवीय संकलन एकत्रित करना शुरू की और रात भर में अपह्त को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार डाक्टर पुत्र का अपहरण रंगदारी के लिए किया गया था। जिसमें डॉक्टर के आसपास रहने वाले एक व्यक्ति भी शामिल है।अपहरण कर अपराधी मुजफ्फरपुर छपरा मार्ग होते हुए आरा लेकर निकल गए थे और डॉक्टर को यह कॉल भी किया था कि आकर आरा में अपने पुत्र को ले जाओ ।अगर पुलिस को बताया तो अंजाम बुरा होगा। लेकिन पुलिस ने भी अपनी चतुराई से काम ले कर अपराधियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया और परत दर परत अपहरण कर रखे गए डॉक्टर पुत्र के पास पहुंच गई।
इस कांड में पुलिस सूत्रों की माने तो कुछ अपराधियों की भी गिरफ्तारी हुई है। सभी अपराधी आरा के रहने वाले हैं। साथ ही इस कांड में अपराधियों का सूत्रधार डॉक्टर के आसपास रहने वाले लोग है। जो रंगदारी के लिए ही इस अपहरण कांड का रास्ता चुना था।
पूरे मामले पर पूछे जाने पर एसएसपी राकेश कुमार ने कहा कि डॉ पुत्र की सकुशल बरामदगी हुई है पुलिस की टीम को यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
जानकारी अनुसार विवेक के दोस्त की हाल ही में शादी तय हुई है। इसको लेकर उसके दोस्तो ने पार्टी दिया था। उसी पार्टी में शामिल होनें के लिए विवेक कांटी स्तिथ एक रेस्टोरेंट में जा रहा था। लेकिन, रेस्टोरेंट पहुंचने से पहले फ्लाई ओवर पर अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया। पार्टी में नहीं पहुंचने पर उसके साथियों ने उसे कॉल किया। लेकिन, नंबर स्विच ऑफ आया। फिर, उसके घर के नंबर पर कॉल कर विवेक के नही आने की सूचना दी गई। जिसके थोड़ी देर बाद ही विवेक अपहरण होने का कॉल आया। इसपर परिजनों ने थाने को सूचित किया। थोड़ी देर बाद एक और कॉल आया। इसमें 30 लाख फिरौती मांगी गई थी।