मोतिहारी। धार्मिक सहिष्णुता की मिसाल कायम कर एक मुस्लिम परिवार ने जिले के कैथवलिया पंचायत में बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रामायण मंदिर के लिए अपनी 23 कट्ठा जमीन दान दी है। इसको लेकर चौक चौराहों से लेकर सोशल मीडिया में मुस्लिम किसान की चर्चा हो रही है। हर ओर से प्रशंसा का दौर चल रहा है। दरअसल पटना महावीर मंदिर के मुख्य न्यासी किशोर कुणाल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी थी। गांव के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले इश्तियाक अहमद खान और उनके परिवार ने अपनी 23 कट्ठा जमीन गत हफ्ते बुधवार को पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया निबंधन कार्यालय में विराट रमायण मंदिर के नाम कर दी। सरकारी दर के अनुसार इस जमीन की कीम ढाई करोड़ रुपये है।
दरअसल महावीर मंदिर पटना के द्वारा ही अयोध्या से जनकपुर को जोड़ने के लिए प्रस्तावित राजमार्ग के किनारे विश्व का सबसे ऊंचा रामायण मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। मंदिर की ऊंचाई 270 फीट और चौड़ाई 540 फीट और लंबाई 280 फीट प्रस्तावित है।।जानकारी अनुसार लगभग 125 एकड़ में बनने वाले इस मंदिर में अब तक एक सौ एकड़ जमीन मिल चुका है। रामायण मंदिर में कुल 13 और मंदिर के साथ दुनिया के सबसे ऊंचे 23 फीट के शिवलिंग की स्थापना भी प्रस्तावित है। इधर मुस्लिम किसान द्वारा 23 कट्ठा जमीन मंदिर के लिए दान देने से उसकी चौतरफा प्रशंसा हो रही है।
विराट रामायण मंदिर’ का निर्माण करने वाले पटना स्थित ‘महावीर मंदिर ट्रस्ट’ के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भूमि दान करने वाले इश्तियाक अहमद खान पूर्वी चंपारण के एक व्यापारी हैं। गुवाहाटी में उनका बिजनेस है। किशोर कुणाल ने कहा, “अतीत में भी खान और उनका परिवार मंदिर परियोजना के लिए मदद देने के विचार के लिए तैयार रहा है। खान ने मुख्य सड़क पर रियायती दर पर जमीन भी दी। उनसे प्रेरणा लेकर गांव के अन्य लोग भी जमीन देने लगे। विराट रामायण मंदिर के लिए अब तक 100 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है।”