मोतिहारी। अंतरराष्ट्रीय रेतकला उत्सव कोणार्क में मोतिहारी जिले के सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र कुमार की कलाकृति आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।मधुरेन्द्र ने बिहार की विरासत बोधगया और पटना के गोलघर को रेत पर उकेर कर बिहार के हैरिटेज को बचाने का संदेश भी दिया है।जो इस उत्सव में पहुंचे पर्यटकों का मन मोह रहा है।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय कोणार्क फेस्टिवल अंतर्गत पर्यटन विभाग ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय रेतकला उत्सव के चौथे दिन बिहार के चंपारण के लाल घोड़ासहन बिजबनी निवासी मशहूर युवा रेत कलाकार मधुरेन्द्र ने उड़ीसा के कोणार्क में स्थित चंद्रभागा बीच पर अपनी रेत कला की जलवा बिखेरी है।इनकी कला को देख लोग अभिभूत हो रहे है।
पदमश्री सुदर्शन पटनायक सहित कई नामचीन हस्तियो ने मधुरेंद्र द्धारा बालू की रेत पर वर्ल्ड हेरिटेज बोधगया और पटना के गोलघर के साथ हेरिटेज ऑफ बिहार के कई का उत्कृष्ट आकृति को सराहा है।मधुरेन्द्र ने बताया कि इस कलाकृति के माध्यम से दुनियां भर से यहां पहुंचे लोगों को बिहार की विरासत को बचाने हमने अपील किया है।उन्होने बताया कि ओडिशा के चंद्रभागा समुन्द्र तट पर रेत से बनी यह कलाकृति पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रहा है।