Motihari: पटना पुलिस ने पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी की पहचान पश्चिमी चंपारण जौकटिया निवासी नेस्ताक आलम और पूर्वी चंपारण नौरंगिया निवासी ईशा कुमारी के रूप में हुई है। ईशा बीकॉम में पढ़ती है, जबकि नेस्ताक छठी क्लास फेल है । दोनों आरोपी को पटना जिले के कदम कुआं थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
इसकी जानकारी देते साइबर थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने मंगलवार को बताया है कि साइबर ठगी से जुड़ा एक केस बीते 3 नवंबर 2023 को दर्ज किया गया था। जिसके उद्भेदन के लिए टीम का गठन किया। टीम ने दोनों आरोपियों को काफी छानबीन के बाद गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि साइबर क्राइम के माध्यम से पैसा ठगने वाला अपराधी का कनेक्शन पश्चिम और पूर्वी चंपारण के रहने वाले दो व्यक्ति से है। दोनों की खोजबीन के दौरान ये बात सामने आई कि दोनों ने पिछले 6 महीने में 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। संबंधित आरोपों के बारे में जब डाटा कंगाल गया तो यह सामने आया कि दोनों आरोपी पाकिस्तान में रहने वाले मुल्तान निवासी के साथ-साथ एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानियों को पासबुक नंबर उपलब्ध कराते है। यह भी बात सामने आई की ईशा और उसके साथी 10 से 15000 रुपये जमा करके स्टेट बैंक व अन्य बैंकों में करीब 100 से अधिक खाते खुलवाए हैं।
थानाध्यक्ष सद्दाम ने बताया कि संबंधित खाता का नंबर पाकिस्तान के 15 से अधिक लोगों को उपलब्ध कराया गया । पाकिस्तान में साइबर क्राइम से जुड़े लोग दोनों आरोपियों को एक साल से हर दिन खाते में 2-3 लाख रुपए औसतन भेज रहे थे। अपने हिस्से का पैसा निकालने के बाद खाते में मौजूद पैसे को पाकिस्तान के लोगों तक कैश डिपॉजिट मशीन और अन्य माध्यम से भेजा जाता था। यह भी बात सामने आई कि पाकिस्तान साइबर अपराधियों से इन दोनों का कनेक्शन था। हर दिन कई पाकिस्तानी साइबर क्राइम से वर्चुअल मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर बातचीत भी होती थी।
उन्होने बताया कि पुलिस को इस बात का पुख्ता साक्ष्य भी मिले है। दोनों आरोपी पटना में छिप कर रह रहे थे। पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के रहने वाले दोनों आरोपी के पास से 16 एटीएम कार्ड, 8 हजार कैश, 6 मोबाइल, 6 सिम, सोने जैसी धातु की दो अंगूठी, एक चांदी के गले की चैन और स्मार्ट वॉच जब्त किया गया है।