दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने लो डिप्रेशन का असर झारखंड के मौसम पर साफ नजर आ रहा है। राज्य के कई इलाकों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है, कहीं काले बादल छाए हुए हैं, तो कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 17 और 18 अक्टूबर को संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल में बारिश के आसार बने रहेंगे। हालांकि, 19 अक्टूबर से लो डिप्रेशन के कमजोर होने की संभावना है, जिसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और 22 अक्टूबर तक पूरी तरह से शुष्क रह सकता है।
लो डिप्रेशन का असर झारखंड में: मौसम केंद्र रांची के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने जानकारी दी है कि दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने इस लो डिप्रेशन की वजह से बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी झारखंड की ओर आ रही है, जिससे राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश हो रही है। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में दोपहर के बाद मौसम का मिजाज अचानक बदल रहा है। रांची समेत कई जिलों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है।
कहीं काले बादल छाए हुए हैं, तो कहीं लोगों को बारिश का सामना करना पड़ रहा है। इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर रांची, जमशेदपुर, धनबाद, दुमका और संताल परगना प्रमंडल के जिलों में देखा जा रहा है। राज्य के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे इन इलाकों के किसानों के चेहरे पर थोड़ी राहत की उम्मीद झलक रही है।
17 और 18 अक्टूबर को बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 17 और 18 अक्टूबर को संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल में बारिश की संभावना है। इस दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, जिससे कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसल कटाई और अन्य कृषि कार्यों में सावधानी बरतें, क्योंकि अचानक होने वाली बारिश से फसलों को नुकसान हो सकता है।
रांची और इसके आसपास के इलाकों में बुधवार को दोपहर के बाद अचानक मौसम का रुख बदल गया। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हो गई, जिससे तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई। रांची के अलावा हजारीबाग, बोकारो और गुमला में भी बारिश की खबरें सामने आई हैं। इन क्षेत्रों में आने वाले दिनों में मौसम के और बदलने की उम्मीद है।
19 अक्टूबर से साफ होगा मौसम: मौसम विभाग ने कहा है कि 19 अक्टूबर से दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने लो डिप्रेशन के कमजोर होने की संभावना है। इसके बाद झारखंड में मौसम साफ हो जाएगा। 22 अक्टूबर तक राज्य का मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस दौरान मौसम में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। तापमान सामान्य बना रहेगा और अधिकतर क्षेत्रों में हल्की ठंड का एहसास होने लगेगा।
यह बदलाव फसलों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि लगातार बारिश से किसानों को चिंतित कर दिया था। हालांकि, 19 अक्टूबर के बाद शुष्क मौसम की उम्मीद से किसान अपनी फसलों की कटाई का काम सुचारू रूप से कर पाएंगे।
क्या है लो डिप्रेशन? मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, लो डिप्रेशन एक प्रकार का निम्न वायुदाब क्षेत्र होता है, जो समुद्र में उत्पन्न होता है। जब वायुदाब कम होता है, तो हवा का प्रवाह तेजी से उस क्षेत्र की ओर होता है, जिससे नमी बढ़ जाती है और बारिश के आसार बनते हैं। इस बार दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने लो डिप्रेशन के कारण झारखंड में नमी की मात्रा बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है।
हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, इस लो डिप्रेशन का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है, और आने वाले दिनों में मौसम सामान्य हो जाएगा। इससे राज्य के निवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां जलभराव की समस्या हो रही है।
किसानों के लिए राहत: इस मौसम बदलाव से राज्य के किसानों को राहत मिल सकती है। पिछले कुछ दिनों की बारिश ने फसलों को प्रभावित किया था, लेकिन 19 अक्टूबर से मौसम साफ होने के बाद फसल कटाई का काम आसानी से हो सकेगा। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे बारिश के दौरान फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं और कटाई से पहले मौसम की स्थिति को देखते रहें।
झारखंड के मौसम में यह बदलाव पूरे राज्य को प्रभावित कर रहा है, लेकिन राहत की बात यह है कि 19 अक्टूबर के बाद फिर से मौसम साफ होने की संभावना है, जिससे लोगों को ठंडी हवाओं के साथ शुष्क मौसम का आनंद मिलेगा