Bokaro: दिवगंत मंत्री जगरनाथ महतो का शुक्रवार को भण्डारीदाह समीप दामोदर नदी तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की गई। शुक्रवार को मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर लेकर काफिला बोकारो जिले के सीमा क्षेत्र में पेटवार स्थित चरगी घाटी पहुंचा। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ,विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, पूर्व सांसद रविन्द्र कुमार पाण्डेय समेत हजारों की संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए और उन्हें अंतिम विदाई दी।
इससे पहले आलरगो स्थित उनके निवास स्थान पर हिन्दू रीति रिवाज से पार्थिव शरीर को स्नान कर हल्दी चंदन का लगाकर अंतिम विदाई दी गई। पार्थिव शरीर को कंधा के सहारे दामोदर नदी का तट ले जाया गया। जहाँ पर पुत्र राजू उर्फ अखिलेश कुमार ने मुखाग्नि दी। मौके पर भाजपा, झामुमो, कांग्रेस, राजद और भाकपा के नेता सहित हजारों ग्रामीण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री दिवंगत जगरनाथ महतो के अलारगो स्थित पैतृक आवास पर पहुंचकर शोकाकुल परिजनों से मिले और उनका ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों से कहा कि दुख की इस घड़ी में हम सभी आपके साथ खड़े हैं।
पार्थिव शरीर के बोकारो पहुंचने पर बड़ी संख्या में उनके शुभचिंतकों की भीड़ जमा हो गई। बोकारो विधायक विरंची नारायण, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी चंदन झा, ने शिक्षा मंत्री के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धाजंलि दी।
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे भी शामिल हुए। शुक्रवार को झारखंड कांग्रेस प्रभारी पांडे महतो ने दिवंगत जगन्नाथ महतो के पुत्र और अन्य परिवारजनों से मिलकर उन्हें इस दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया और संवेदना व्यक्त की। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो विधायक कुमार जयमंगल सिंह, उमाशंकर अकेला, रामचंद्र सिंह, पूर्व मंत्री केशव महतो, कमलेश, सोशल मीडिया के इंचार्ज गजेंद्र सिंह मौजूद थे। इससे पूर्व झामुमो कार्यालय पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दिवंगत शिक्षा मंत्री के पार्थिव शरीर को नमन किया और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।