पटना/सारण। बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से हुई मौत के मास्टरमाइंड रामबाबू महतो को दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार किया गया है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उसे दिल्ली से बिहार लाने की तैयारी की जा रही है।
पटना स्थित पुलिस मुख्यालय ने बताया कि हमें इस बात की जानकारी दी गई है कि दिल्ली के द्वारका से सारण जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड रामबाबू महतो को गिरफ्तार किया गया। बिहार पुलिस उसे जल्द ही बिहार लाने की तैयारी में है। इस कांड में 80 लोगों की मौत हुई थी।
दूसरी ओर सारण एसपी संतोष कुमार ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार रामबाबू महतो ये खुलासा करेगा कि उसने शराब में आखिर क्या डाला था, जिससे शराब जहरीली हो गई थी। क्योंकि, पहले भी वह शराब बनाकर बेचा करता था और उस दिन भी उसने होम्योपैथिक दवा से शराब बनाया था और उसमें ऐसा क्या केमिकल डाला था? पूरी की पूरी शराब जहरीली कैसे हो गई थी?
एसपी ने बताया कि टेक्निकल सर्विलांस से यह पता चला है कि जहां-जहां लोगों की मौत हुई थी वहां-वहां रामबाबू महतो का मूवमेंट था। इस मामले में उसके परिवार की भूमिका भी सामने आई है और उसका भाई हरिराम महतो पहले ही पुलिस के गिरफ्त में आ चुका है।
एसपी ने बताया कि उस पर अभी तक 7 मामले दर्ज हैं, जिसमें छह शराब से जुड़े हैं जबकि एक मामला लूट का है। इस कांड में अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि, एसपी ने कहा है कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है और कई लोग और भी गिरफ्तार किए जाएंगे।
पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि जहरीली शराब कांड के मुख्य निर्माता और आपूर्तिकर्ता डोयला गाँव निवासी रामबाबू महतो के घर से ही होमियोपैथिक दवा के दर्जनों खाली और भरे हुए बोतल बरामद किया गया था जिसकी निशानदेही कांड के अनुसंधान में सबसे पहले पकड़े गए संजय महतो ने दी थी। कांड के अनुसंधान में जानकारी मिली कि रामबाबू महतो दिल्ली के द्वारिका में मौजूद है तब इसकी जानकारी दिल्ली क्राइम ब्रांच से साझा की गई जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने रामबाबू महतो को हिरासत में लेकर यह जानकारी सारण पुलिस को दी गई । सारण पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना हुई है और ट्रांजिट रिमांड पर रामबाबू को अपनी कस्टडी में लेकर छपरा के लिए रवाना हो गई है। पुलिस कप्तान संतोष कुमार की माने तो रामबाबू महतो ही वह शख्स है जिसने राजेश उर्फ डॉक्टर की मदद से होमियोपैथिक दवा का इस्तेमाल शराब बनाने में किया था।