गया।
जन जीवन सामान्य होने की संभावना के बीच शहर के फल्गु नदी के तट पर स्थित देवघाट पर गुरूवार को कोरोना से मरने वाले लोगो की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक श्राद्ध व पिंडदान किया गया। शिवानंद सत्संकल्प फाउंडेशन हैदराबाद और तेलांगना भवन के प्रमुख संयोजक मनोहर लाल एवं परम सतगुरु श्रीकंदुकुरी शिवानंद मूर्ति के तत्वावधान में आयोजित पिंडदान में पूरे धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न करायी गई। इस दौरान कोरोना गाईडलाईन का भी पालन किया गया।
कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वालो में कई का अंतिम संस्कार विधि विधान से नहीं होने के कारण उनकी आत्मा की मोक्ष प्राप्ति के लिए यह कार्यक्रम आयोजित की गई। तेलंगाना भवन के प्रमुख संयोजक मनोहर लाल ने बताया कि यहां पिछली आठ पीढ़ी से दक्षिण भारतीय यात्रियों के पूर्वजो के लिए पिंडदान की व्यवस्था करते आए है। पिंडदान में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इसलिए कोरोना महामारी से मरने वाले लोगो की आत्मा की शांति के लिए पूरे विधि विधान से कर्मकांड किया गया।
मनोहर लाल के पुत्र राहुल कुमार ने बताया कि महामारी से मरे कई लोगो के शव का अंतिम संस्कार विधि विधान से नहीं हो पाया है। इसको ध्यान में रखकर सामूहिक पिंडदान व कर्मकांड किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय पंडो द्वारा पिंडदान का संकल्प लिया गया और प्रमुख पुजारी गणेश शास्त्री ने प्रक्रिया संपन्न कराई है।