पलामू।
मनातू मौआर जगदीश्वरजित सिंह (96) का शनिवार को तड़केे उनके पैतृक आवास मनातू में निधन हो गया। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। उन्होने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा मनातू में ही बिताया और अंतिम सांस भी यहीं लिया। उनके निधन से पलामू में एक युग का अंत हो गया। जानकारों की मानें तो वे बहुत ही स्वाभिमानी थे। और अपने शर्तो पर जीवन जिया। वे अपने क्षेत्र में, समाज मे काफी चर्चित हस्ती थें। उन्होने सैकड़ो लोगो को अपनी जमीन देकर बसाने का काम किया था । यही वजह रहा कि मनातू जैसे नक्सल प्रभावित इलाके में भी उनपर किसी तरह का आंच नही आयी। उनकी शादी कोडरमा जिला के मसनोडीह के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। गरीबों का सेवा करना ही उनका स्वभाव था। मनातू मौआर आज भले ही हम सबो के बीच नही रहे, लेकिन उनका कृति हमेशा गरीबों के बीच रहेगी। उनके शव यात्रा में सैकड़ो लोग शामिल हुए। उनके निधन पर विभिन्न राजनितिक व समाजिक लोगों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।