गढ़वा। जिले के रंका अनुमंडल क्षेत्र के सेवाडीह में सोमवार को तेंदुए के हमले में एक और बच्चे की मौत हो गई है। अबतक पलामू टाइगर रिजर्व के लातेहार के बरवाडीह प्रखंड में एक ,गढ़वा जिले में दो बच्चों की मौत तेंदुए के हमले में हो चुकी है। तीसरी घटना के बाद लोगों में अपने बच्चों के प्रति भारी भय का माहौल बन गया है।
उल्लेखनीय है कि 15 दिनों के भीतर आदमखोर तेंदुए ने तीन बच्चों की जान ले ली है। पहली घटना लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र में 12 वर्षीय बच्ची को तेंदुए ने अपना पहला शिकार बनाया। दूसरी घटना गढवा जिले के भंडरिया प्रखंड के रोदो गांव में नौ वर्ष के बच्चे को तेंदुए ने मार डाला था और उसके शरीर के आधे हिस्से को खा गया था। दोनों बच्चे किराने की दुकान में सामान लेने गए थे और घर लौट रहे थे। तीसरी घटना रंका अनुमंडल क्षेत्र के सेवाडीह से सोमवार को सामने आई है।
जानकारी अनुसार रंका वन प्रक्षेत्र के सिरोई पंचायत अंतर्गत सेवाडीह गांव के खरवार टोला निवासी जगदेव सिंह की सात वर्षीया पुत्री सीता कुमारी शौच के लिए घर के सामने ही गई थी। इसी बीच तेंदुआ बच्ची को पकड़कर ले जाने लगा। तेंदुए द्वारा बच्ची को पकड़ कर ले जाते को देख उसकी मां बगल के घर के लोगों को बुलाई और घटना की जानकारी देकर जोर जोर से रोने लगी। पूछे जाने पर पता चला कि उसकी बच्ची को पकड़कर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया है। गांव के लोगों ने पीछा किया। किसी तरह तेंदुए की चंगुल से बच्ची को छुड़ाया गया। इस घटना से आसपास के लोगों में भय का माहौल बन गया है। लोग खिड़की-दरवाजे बंद करके अपने अपने घरों में दुबक गए हैं।
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए परिवार के लोगों ने बताया कि तेंदुआ बच्ची को लेकर जंगल की ओर भाग रहा था। इस पर शोर सुनकर ग्रामीण लाठी, डंडे, पटकन लेकर निकले और तेंदुए का पीछा किया। इसपर तेंदुआ बच्ची को छोड़कर तो भाग गया पर उसकी जान नहीं बची। गांव वाले पूरी भीड़ के साथ उस बच्चे के शव के आसपास में जमे हुए हैं। वन विभाग की टीम रामा शंकर प्रसाद गुप्ता की अगुवाई में घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।