Latehar: पुलिस ने भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर नागेंद्र उरांव उर्फ चुलबुल उर्फ डॉक्टर तथा सदस्य गोदन कोरबा को गिरफ्तार कर लिया है। जोनल कमांडर नागेंद्र पलामू के पाकी का रहने वाला है। इस पर लातेहार के अलावा आसपास के जिलों में दो दर्जन से अधिक नक्सली घटनाओं का मामला दर्ज है। दस्ता सदस्य गोदन गढ़वा के भंडरिया का रहने वाला है।
इस संबंध में लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी का एक दस्ता बूढ़ा पहाड़ के इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जमा हुआ है। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम बनाकर माओवादियों के खिलाफ छापेमारी की गई। पुलिस ने दो लोगों को संदिग्ध अवस्था में जंगल में घूमता हुआ पाया।
पुलिस को देखते ही दोनों व्यक्ति भागने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें चारों ओर से घेरकर धर दबोचा। पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए लोगों में एक नागेंद्र उरांव है जो भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर है। दूसरा दस्ता सदस्य है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जोनल कमांडर नागेंद्र उरांव भाकपा माओवादियों के गोरिल्ला दस्ता काफी कमांडर था। आसपास के इलाके में माओवादियों के द्वारा किए गए लगभग सभी हिंसक वारदातों में नागेंद्र उरांव शामिल रहता था।
वर्ष 2013 में कटिया जंगल में माओवादियों के आईईडी विस्फोट की घटना में भी शामिल था। इस घटना में 12 पुलिस के जवान बलिदान हुए थे, जबकि चार ग्रामीण मारे गए थे। घटना के बाद जवानों के शरीर में माओवादियों ने आईईडी लगा दिया था। इसके अलावा खपरीमहुआ जंगल में हुए माओवादी हमले में भी यह मुख्य रूप से शामिल था। इस हमले में पुलिस के छह जवानों का बलिदान हो गया था। वर्ष 2019 में चंदवा थाना क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी पर किए गए हमले में भी यह मुख्य रूप से शामिल था। इस घटना में चार पुलिसकर्मी बलिदान हुए थे ।
एसपी ने बताया कि नागेंद्र उरांव माओवादियों के लिए डॉक्टर का भी काम करता था। इसकी गिरफ्तारी से माओवादियों को बड़ा नुकसान हुआ है। एसपी ने कहा कि गिरफ्तार उग्रवादियों से पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारी भी प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
छापेमारी अभियान में गारू थाना प्रभारी राजीव कुमार भगत, बारेसांड थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव, सब इंस्पेक्टर सरज कुमार, मोहम्मद शाहिद समेत कई पुलिस के अधिकारी शामिल थे।