Koderma: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ (झासा) राज्य इकाई के निर्णय पर कोडरमा जिले में चिकित्सकों ने रविवार देर शाम कैंडल मार्च निकाल कर विरोध दर्ज कराया। उल्लेखनीय है कि चिकित्सक के दोनों संगठनों ने राज्य स्तर पर लगातार बैठकें कर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। जिसके तहत गत एक मार्च को राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार किया था। अब 13 मार्च से राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी चिकित्सक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर जाएंगे।
सदस्यों ने अपनी माँगों के समर्थन में झुमरी तिलैया स्थित कन्हैया मिष्ठान भंडार से एक कैंडल मार्च निकाला जिसका समापन झंडा चौक पर किया गया,इस दौरान चिकित्सको ने अपनी हाँथो में तख्ती लिए हुए थे जिन पर स्लोगन लिखा हुआ था प्रशासन क्यों अनजान है,
डॉक्टर भी इंसान है” “शौक नही मजबूरी है, कार्य बहिष्कार जरूरी है”
प्रमुख माँगे
1 मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाय।
2 क्लीनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट में 50 बेड से कम के अस्पताल और एकल क्लिनिक को इस एक्ट से मुक्त रखा जाए।
3 चिकित्सको के साथ हुए अप्रिय घटनाओं की निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कारवाई की जाय।
4 स्वास्थ्य सेवाएं आपातकालीन सेवा है जिसमे 24*7 सेवाकाल होता है,ऐसी परिस्थिति में बायोमैट्रिक उपस्थिति को वेतन से नही जोड़ा जाए, बायोमैट्रिक उपस्थिति के मॉनिटरिंग का अधिकार वेतन निकासी अधिकारी को होना चाहिए, अन्य राज्यो में भी यही व्यवस्था लागू है।
कैंडल मार्च में डॉ आरपी शर्मा, डॉ नरेश कुमार पंडित, डॉ रमन कुमार, डॉ राम सागर सिंह, डॉ आरके दीपक, डॉ रंजीत कुमार, डॉ अरुण कुमार, डॉ प्रमोद वर्णवाल, डॉ विकास चंद्रा, डॉ संतोष कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ रूपेश पंडित, डॉ आर पी मिश्रा, डॉ राजेश कुमार, डॉ नीरज साहा, डॉ राजीव कान्त पांडेय, डॉ राजन, डॉ सोमेश, डॉ शरद सहित अन्य चिकित्सक शामिल रहे।