Koderma : चाइल्ड हेल्प लाईन नंबर 1098 पर दी गई सूचना के बाद जिला प्रशासन की पहल से मरकच्चो प्रखंड के जामू में एक 15 वर्षीय नाबलिग का बाल विवाह रुकवाया गया। वहीं मामले में दूल्हा सहित 8 लोगों को मंगलवार को जेल भेज दिया गया। जबकि शादी कराने आए पंड़ित के नाबालिग होने के कारण उसे हजारीबाग बाल सुधार गृह भेजा गया है। मामले में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने मरकच्चो थाना में इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।वहीं नाबलिग को बाल कल्याण समिति कोडरमा के समक्ष प्रस्तुत किया गया
जानकारी अनुसार 15 वर्षीय बालिका का विवाह 39 वर्षीय हरियाणा निवासी राजू यादव के साथ 2 मई काे होना तय था जो पालम विहार दौलतपुर नसीराबाद गुडगांव हरियाणा के रहने वाले थे। मौके पर वर पक्ष के लोग मौजूद थे जो सभी हरियाणा से आए हुए थे। साथ ही जांच के दौरान यह भी पता चला कि बालिका का विवाह कराने में जामू मरकच्चो की निवासी शैवली देवी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मौके पर ही नाबालिग बालिका का रेस्क्यू किया गया। जांच के क्रम में यह भी पाया गया कि वर पक्ष के लोग बाल व्यापार के उद्देश्य से बाल विवाह कर रहे थे। दुल्हा भी अपना नाम राजू यादव की जगह राजू साव बदलकर शादी करने आया था।
मामले में दूल्हा राजू यादव (39), के साथ शादी रचाने आए हरियाणा गुडगांव निवासी रेखा देवी (38), रूबी कुमारी (20), सुमित साव (18), बिनीता कुमारी (21), अजय साव (25) सभी साकीन चौमा थाना पालम बिहार जिला गुड़गांव हरियाणा निवासी , वधू पक्ष के पिता दिलीप साव व शादी कराने आए पंडित बिक्रम पांडेय व जामू निवासी शेवली देवीको मौके से गिरफ्तार किया था।
इस संबंध में बीडीओ पप्पू रज्जक व थाना प्रभारी लव कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि यह मामला बाल तस्करी से जुड़ा है। राजू यादव दिखावे के लिए नाबालिग से 2 मई को शादी करने वाला था लेकिन उसका मुख्य उद्देश्य तस्करी कर उसे अपने साथ ले जाना था।