Ranchi News:- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से शराब घोटाले को लेकर अपनी बात रखी है। मरांडी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट एक्स के जरिये कहा है कि मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि झारखंड का शराब घोटाला दिल्ली शराब घोटाले से भी कहीं बड़ा है। अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी इस बात की पुष्टि की है कि झारखंड में 100 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतना बड़ा घोटाला सिर्फ विभागीय अधिकारियों और प्लेसमेंट एजेंसी तक सीमित नहीं हो सकता। इस पूरे प्रकरण में राज्य के मुख्यमंत्री की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। छत्तीसगढ़ की जिन कंपनियों को शराब कारोबार का जिम्मा सौंपा गया, उनसे हेमंत सोरेन को किन माध्यमों से आर्थिक लाभ पहुंचाया गया है, इसकी भी जांच की जाए। एसीबी मुख्यमंत्री को समन कर उनका पक्ष अवश्य जाने और 100 करोड़ के शराब घोटाले में बगैर किसी राजनीतिक दबाव के हेमंत सोरोन की भूमिका की निष्पक्ष जांच करे।
झारखंड सरकार ने 2022 में शराब नीति में बदलाव किया, जिससे छत्तीसगढ़ के अधिकारियों और कारोबारियों को लाभ हुआ। रांची के कारोबारी विकास सिंह की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने 450 करोड़ रुपये के इस घोटाले की जांच शुरू की। इसमें झारखंड के तत्कालीन आबकारी सचिव आईएएस विनय चौबे और संयुक्त आबकारी आयुक्त गजेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की बात सामने आई है। विनय चौबे पर आरोप है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग कर राज्य को 38 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। उन्हें हाल ही में गिरफ्तार किया गया और रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस खबर को भी पढ़ें : बाघमारा में अवैध हथियार फैक्ट्री पर एटीएस की बड़ी कार्रवाई, 3 हजार पिस्टल जब्त, मास्टर माइंड सहित 6 गिरफ्तार
इस खबर को भी पढ़ें : लातेहार में बारातियों से भरी गाड़ी पलटी, दो की मौत, 18 घायल