दुमका। अंकिता हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पुलिस महकमा तेजी से काम कर रहा है। हत्याकांड की जांच के लिए डीआईजी सुदर्शन मंडल के नेतृत्व में एसआईटी की टीम गठित की गई है। घटना की जांच के लिए फोरेंसिक और सीआईडी की टीम भी मंगलवार को दुमका स्थित अंकिता के घर पहुंची और सबूत जुटाए।
डीआईजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि अंकिता की हत्या के मुख्य आरोपित शाहरुख हुसैन और नईम खान उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। केस में विभिन्न पहलू पर जांच की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी मुरारी लाल मीणा इसकी पूरी निगरानी कर रहे हैं।
रिम्स में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद अंकिता का अंतिम संस्कार सोमवार को दुमका में भारी सुरक्षा में पुलिस बल की तैनाती किया गया था। इस घटना के बाद लोगों में खासे आक्रोश व्याप्त हैं। खासकर पुलिसिया कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने इलाके के डीआईजी से मुलाकात कर इस केस में एसीडीपीओ को अविलंब हटाने की मांग भी है। लोगों का कहना है कि इस केस की जांच में एसडीपीओ नूर मुस्तफा का भूमिका काफी संदिग्ध है। अंकिता की मौत के बाद एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वो अपना बयान दे रही है और हत्यारों के बारे में बता रही है।
उधर, सीआईडी फिंगरप्रिंट और फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम अंकिता के घर पहुंची। 10 सदस्यीय टीम के सदस्यों ने विभिन्न एंगल से मामले की जांच की और साक्ष्य इकट्ठा किया। सीआईडी डीएसपी ने बताया कि हर संभव साक्ष्य इकट्ठा किया जा रहा है जिसे कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा दिलाया जा सके।