दुमका। जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत भालकी गांव के भरतपुर टोला में 6 अक्टूबर की आधी रात 19 वर्षीय युवती मारुति कुमारी को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला देने के आरोपित राजेश राउत को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे विशेष अदालत सह डीजे वन प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
न्यायालय के समक्ष दर्ज बयान में आरोपित ने स्वीकारा कि नोनीहाट मेला में किसी अन्य लड़के के साथ मारुति को देखकर उसे गुस्सा आया। इसके बाद उसने दुमका के जरुआडीह में अंकिता हत्याकांड की तरह मारुति को भी जलाकर मार देने का प्लान बनाया। वह नोनीहाट बस स्टैंड से 55 रुपये का आधा लीटर पेट्रोल और 10 रुपये का एक लाइटर लेकर मारुति के नानी के घर पहुंचा। रात होने तक मारुति के नानी घर के दरवाजा के सामने छुपा रहा। देर रात दरवाजा तोड़ नानी के साथ सोई मारुति को खींचकर बाहर निकाला और उसके बाद पेट्रोल डालकर लाइटर से आग लगा दिया।
उल्लेखनीय है कि जिले के रामगढ थाना क्षेत्र के महेशपुर से पुलिस ने आरोपित को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस कांड संख्या 88/22 के तहत भादवि की धारा 307, 326 A, 354, 454, 457, 427, 201 में मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है। मारुति की मौत के बाद धारा 307 धारा 302 में तब्दील हो गई है। उस पर पॉक्सो एक्ट भी लग गया है।
परिजनों ने दुमका-हंसडीहा रोड पर नोनीहाट के पास शव रखकर सड़क को जाम किया
मारुति हत्याकांड के विरोध में शनिवार को परिजनों ने दुमका-हंसडीहा रोड पर नोनीहाट के पास शव रखकर सड़क को जाम कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पूरा नोनीहाट पुलिस छावनी में तब्दील कर दी गई। मौके पर सांत्वना देने पहुॅचें गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
जानकारी अनुसार सांसद दूबे पार्टी की ओर से दो लाख रुपये सहायता राशि देते हुए शव ले जाने और जाम हटाने की बात कही। इस बात पर ग्रामीण भड़क उठे और निशिकांत को चले जाने की बात कही। ग्रामीण आरोपित राजेश राय को मौके पर सजा देने की मांग पर अड़े रहे।
सांसद और ग्रामीणों के बीच विवाद बढता देख पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए भीड़ से सांसद निशिकांत दुबे को निकाला। इस दौरान ग्रामीणों ने सांसद से दुर्व्यवहार भी किया। गुस्से में सांसद नोनीहाट से निकल गए। इसके बाद अपराह्न दो बजे जाम हटा। शव को मारुति के पैतृक गांव जामा थाना क्षेत्र के भैरवपुर में अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।