. सुदूर इलाकों में रहने वालों और समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के चेहरे पर ला रहे मुस्कान
पलामू। हेमन्त सोरेन ने कहा है कि पदाधिकारी मोटरसाइकिल, साइकिल, ट्रैक्टर और पैदल चलकर भी सुदूरवर्ती प्रखंडों में पहुंच रहे हैं। वहां शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं से आपको आच्छादित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि आप अपने जनप्रतिनिधियों के घर जाइए और उन्हें बोलिए कि जहाँ शिविर लगा हो, वहाँ जाकर आपको योजना से जोड़ने का काम करें। सीएम आज मेदिनीनगर के पुलिस लाइन स्टेडियम में “आपकी योजना-आपकी सरकार- आपके द्वार ” कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। स्टेडियम में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए थे, जहाँ पदाधिकारियों द्वारा लोगों को जनकल्याकारी योजनओं से अवगत कराने के साथ उन्हें लाभान्वित भी कराया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार- आपके द्वार” के तहत पदाधिकारी सीधे आपके घर तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इस कार्यक्रम ने लोगों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम केवल 1 महीने ही नहीं, बल्कि इसके बाद भी चलता रहेगा। ऐसे कार्यक्रमों से ग्रामीण और सीधी-साधी जनता को दलालों से छुटकारा मिलता है ,क्योंकि पदाधिकारी शिविरों में ही आपकी समस्याओं का निदान कर देते हैं। उन्होंने कहा कि 20 वर्षों में ऐसा माहौल नहीं देखा गया। जहां -जहां शिविर लग रहा, वहां मेला जैसा माहौल बना हुआ है। आप यदि किसी शिविर में अपनी समस्या से संबंधित आवेदन नहीं दे पाए, तो अगले दिन नजदीकी शिविर में जाकर अपनी समस्या समाधान हेतु आवेदन दे सकते हैं।
के तहत 9 लाख बच्चियों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। इसके तहत 1 लाख 50 हजार बच्चियों को जोड़ लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम आने वाली पीढ़ी के लिए खाका तैयार कर रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए स्मार्ट स्कूलों का निर्माण कराया जा रहा है। 15 नवम्बर से कुछ मॉडल स्कूलों को चालू कर दिया जाएगा, जिससे प्राईवेट स्कूलों से भी बेहतर शिक्षा वहाँ के बच्चों को निशुल्क मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विभिन्न योजनाओं से लोगों को जोड़कर स्वावलंबी बनाने का काम किया जा रहा है। बुजुर्ग, विधवा, एकल महिला, दिव्यांग जनों को पेंशन उपलब्ध करायी जा रही है। वहीं युवाओं को न्यूनतम दर पर लोन उपलब्ध करा कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता कृषि पर आश्रित है। खासकर पलामू में हमेशा सुखाड़ जैसे हालात बने रहते हैं और इस वर्ष 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में राज्य के हर एक खेत तक पूरे वर्ष सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध रहे।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 23,483.5 लाख रुपये की लागत से 57 योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया । जिसमें कुल 9,234.428 लाख रुपये की लागत से विभिन्न पथों का निर्माण, सरोवर निर्माण एवं मरम्मत, तेतराई निर्माण, स्वास्थ्य केंद्र, चेक डैम, शवदाह गृह, चापाकल एवं शेड निर्माण, ग्रामीण जलापूर्ति योजना एवं भवन निर्माण जैसी 33 महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया गया। वहीं मुख्यमंत्री ने कुल 14,249.072 लाख रुपये की लागत के 24 योजनाओं की आधारशिला रखी। जिसमें रानीताल जलाशय योजना के पुनरुद्वार एवं मुख्य नहरों की लाइनिंग का कार्य, व्यावसायिक इकाई का निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल, पलामू अंतर्गत 100 बेड का भवन निर्माण, पर्यटकीय विकास कार्य, पुल निर्माण, सामुदायिक भवन, वार्ड विकास केंद्र का निर्माण, आवास, जलापूर्ति योजना, विभिन्न सड़कों की मरम्मत एवं निर्माण, पार्क का सौंदर्यीकरण, पेवर ब्लॉक एवं नाली निर्माण जैसी कई जनकल्याणकारी योजना शामिल हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कुल 25 लाभुकों के बीच कुल 1,688.940 लाख रुपये की राशि का वितरण किया। जिसमें सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की बच्चियों के बीच छात्रवृत्ति, पेंशन, रोजगार सृजन, सहायता राशि, कृषि यंत्र, भूमि पट्टा, डेयरी के लिए गाय जैसी लोगों को स्वावलंबी बनाने की योजनाएं शामिल हैं।