झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान मंगलवार को किया जाएगा। चुनाव आयोग दोपहर 3:30 बजे इस संबंध में अपनी आधिकारिक घोषणा करेगा। लंबे समय से राजनीतिक गलियारों और जनता की नजरें इस महत्वपूर्ण घोषणा पर टिकी हुई थीं। झारखंड के साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान किया जाएगा, जिससे दोनों राज्यों में चुनावी सरगर्मी तेज हो जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, झारखंड में इस बार चुनाव 2 से 3 चरणों में संपन्न हो सकते हैं, और संभावना है कि 15 नवंबर के बाद मतदान प्रक्रिया की शुरुआत होगी। आयोग ने पहले से ही संकेत दिए थे कि विजयादशमी के बाद चुनावी कार्यक्रम का ऐलान जल्द ही किया जाएगा, और अब इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है।
चुनाव आयोग का झारखंड दौरा और तैयारियां
चुनाव आयोग की टीम ने हाल ही में झारखंड का दौरा किया था, जहां उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात हुई। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) सहित कई दलों ने चुनाव आयोग से मतदान की तारीखें 15 नवंबर के बाद रखने का आग्रह किया। उनका कहना था कि नवंबर में आने वाले त्योहारों और झारखंड स्थापना दिवस के चलते मतदान प्रक्रिया को थोड़ा आगे बढ़ाया जाए ताकि चुनावी माहौल सुगम हो सके।
झारखंड के विधानसभा चुनाव
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होने जा रहा है, और चुनाव आयोग की तैयारियों को देखते हुए राजनीतिक दल भी अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड में 5 चरणों में मतदान संपन्न हुए थे, जहां झामुमो, कांग्रेस और राजद के गठबंधन ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आजसू ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिसमें भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं, जबकि आजसू सिर्फ 2 सीटों पर ही सफलता प्राप्त कर पाई थी।
2024 में क्या नया?
इस बार 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा, आजसू और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) मिलकर चुनाव लड़ेंगे, जिससे चुनावी माहौल और भी दिलचस्प हो गया है। सभी दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेजी से आगे बढ़ाया है, और हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ विपक्ष के हमले तेज होते जा रहे हैं। सोमवार को हेमंत सोरेन सरकार ने कैबिनेट बैठक में कई लोकलुभावन फैसले लिए, जिसमें मंईयां सम्मान राशि बढ़ाने का भी निर्णय शामिल है। इससे सरकार जनता को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है, जबकि विपक्ष ने इस कदम को चुनावी चाल बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है।
राजनीतिक हलचल और आगामी रणनीतियां
चुनावों की घोषणा होते ही झारखंड की सियासत में हलचल तेज हो गई है। सभी दल अपने प्रत्याशियों की सूची तैयार कर रहे हैं और गठबंधन के तहत सीटों के बंटवारे पर भी मंथन कर रहे हैं। भाजपा, आजसू और जदयू के गठबंधन से मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा, जबकि सत्ताधारी गठबंधन भी अपनी सरकार बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक देगा।
कब और कैसे होगा मतदान?
माना जा रहा है कि झारखंड में 15 नवंबर के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। यह चुनाव 2 से 3 चरणों में संपन्न होगा। आगामी दिनों में चुनाव आयोग मतदान केंद्रों की सूची और सुरक्षा व्यवस्था पर भी जानकारी देगा। साथ ही, आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य में राजनीतिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। चुनाव आयोग राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए चुनावी कार्यक्रम को अंजाम देगा।
चुनावी तैयारियां और संभावनाएं
राज्य में चुनावी बयार तेज होने के साथ ही राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारियों का अंतिम चरण शुरू हो गया है। हर दल जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जोरशोर से प्रचार-प्रसार में जुटा हुआ है। आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक रैलियों और नेताओं के दौरे शुरू होने की संभावना है, जो चुनावी माहौल को और भी गर्म कर देंगे।