गया। पुलिस ने ज्वेलर्स दुकान से हुए आभूषण चोरी एवं फिरौती के लिए अगवा किए गए बच्चे के मामले का उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में पुलिस चार अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जबकि अगवा किए गए बच्चे की सकुशल बरामदगी कर ली गई है।
एसएसपी आदित्य कुमार ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 4 जनवरी को मगध मेडिकल थाना क्षेत्र स्थित एक ज्वेलरी दुकान से ₹5 लाख मूल्य के आभूषण की चोरी हुई थी जिसे पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। कांड के उद्भेदन के लिए गठित विशेष टीम को अनुसंधान के क्रम में पता चला कि इसी तरह की चोरी यूपी के चंदौली में भी हो रही है । जांच में सत्यापन के बाद यूपी के शाहजहांपुर में छापेमारी कर चोरी कांड में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चोरी के सभी आभूषण बरामद की गई।
गिरफ्तार सभी अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं जो विभिन्न राज्यों में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। एसएसपी ने बताया कि विगत 3 नवंबर को जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र निवासी बाल्मीकि सिंह के 7 वर्षीय पुत्र मोहित कुमार का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था । अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए परिवार से ₹6 लाख की डिमांड की थी । पुलिस दबिश के कारण अपहरणकर्ता ने अंतत अपहृत बच्चे को बंधुवा रेलवे गुमटी के पास छोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में चार अपहरणकर्ता को नवादा जिले से गिरफ्तार किया गया। इसमें सरगना रौशन कुमार एवं उसके सहयोगी छोटू कुमार उर्फ़ कमांडो शिवम मिश्रा और सत्यम कुमार उर्फ नेपाली शामिल है। इस मामले में स 3 अन्य की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि अपहरण कांड में शामिल एक रिश्तेदार की निशानदेही पर मामले का खुलासा हुआ है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा घटना में संलिप्तता की बात स्वीकारी गई है। वही गिरफ्तार अभियुक्तों ने एटीएम कलोन एवं विज्ञापन के नाम पर लोगों से ठगी करने का भी बात स्वीकार किया है ।वहीं एसएसपी ने बताया कि इस कांड में शामिल अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसआईटी टीम के द्वारा छापेमारी की जा रही है।