.पंकज मिश्रा समेत अन्य के साथ आमने सामने हो सकती है पुछ ताछ
. सी एम ने राज्य संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की
रांची। झारखण्ड के मुख्य मन्त्री सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन क्या ई डी के जाल मे फंस चुके है?। संथाल परगना में लगभग डेढ़ हजार करोड़ के अवैध माइनिंग में ईडी ने जो जांच चलाई है और साक्ष्य जुटाई है उनमें हेमन्त सोरेन के विरूद्ध आरोप उपलब्ध है ? । आखिर ईडी हेमन्त सोरेन से पुछ ताछ करने को इतनी बेचैन क्यों है। यह झारखंड में ही नही पुरा देश जानने को बेसब्री से इंतजार कर रहा है ।
गुरूवार को ईडी हेमन्त से अवैध माइनिंग सहित अन्य विषय पर उनका पक्ष जानना चाहेगी ,यह पुछ ताछ एक दिन का होगा या और भी समय लेगा यह ईडी के उपर निर्भर है । वहीं सूत्र ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया है की ईडी के पास जो साक्ष्य उपलब्ध है वो उनके विरूद्ध पाये गये है । झारखंड मुक्ति मोर्चा के शीर्ष नेता सह सीएम के विधान सभा प्रतिनिधि पंकज मिश्रा जो अभी जेल मे बन्द है ने ईडी के द्वारा पुछ ताछ में हेमन्त सोरेन को पुरी तरह उलझा दिया है । पंकज के ठिकाने से आपत्ति जनक दस्तावेज भी ईडी को बरामद हो चुका है । ईडी सीएम से सवाल जबाब के बाद पंकज को बैठा कर भी आमने सामने सवाल करने की तैयारी मे है। इसके अलावा निलंबित आई ए एस अधिकारी पुजा सिंहल, प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल से भी जो जानकारी और दस्तावेज ईडी को प्राप्त हुआ है वो सीएम से पुछ ताछ का बिषय बनने बाला है। यह तय है की अवैध माइनिंग का ही एकमात्र मामला नही है।
सूत्र के अनुसार चल अचल सम्पत्ति के साथ साथ बेनामी सम्पति पर भी ईडी जानकारी हासिल करना चाहेगी । ईडी के पास सबूत उपलब्ध बताये जा रहे है और इसी आधार पर वो मामला को हल करने की तैयारी कर लिया है । कानून के जानकार का कहना है की सी एम ईडी के घेरे मे आ गए है । इस लिए सीएम ने वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी कर ली है।अब सवाल यह उठता है की यदि ईडी ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया तो राज्य का संचालन और कमान कौन संभालेगा?। इस बिषय पर राजनीतिक गलियारे मे चर्चा प्रारम्भ है ।
झारखंड राज्य स्थापना दिवस पर सी एम ने अपनी धर्म पत्नी को समारोह मे उपस्थित करा कर यह बताने का काम कर दिया की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में कल्पना सोरेन तैयार हैं। यह पहला मौका था जब सरकारी समारोह मे कल्पना सोरेन पहली बार भाग ली थी । सूत्र का कहना है की ईडी जब हेमन्त सोरेन से पुछ ताछ करेगी तो ईडी साथ साथ राज्य के कुछ खास खास स्थान समेत राज्य के बाहर सधन छापा मारी कर सकती है । झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुछ खास खास नेताओ के आवास समेत गुप्त स्थान पर ईडी की नजर लगातार बनी हुई है और नेताओ की हर गतिविधी का गुप्त रूप से अध्ययन किया जा रहा है ।रांची के तीन झामुमो नेता पर जांच टीम निगाह बनाए हुए है।
इधर ईडी ने 17 नवंबर को पुछ ताछ के दिन सुरक्षा की विशेष तैयारी की है।ईडी मुख्यालय पर सीआरपीएफ,रैफ के अलावा झारखंड पुलिस की तैनाती और विधि व्यवस्था के लिए सुरक्षा के एहतियातन तैयारी पुरी है। यह तय है की ईडी मुख्यालय का घेराव भी मोर्चा समर्थक के द्वारा किया जाए ।हलांकि इस बिषय पर झामुमो ने अब तक कुछ भी घोषणा नही की है । इधर राज्य मे महागंठबधंन सराकर मे शामिल विभिन्न राजनीतिक दल के सभी विधायक और शीर्ष नेता राजधानी आ चुके है। साथ ही झामुमो ,कांग्रेस, राजद के नेताओ की अलग अलग बैठक भी हो रही है। ईडी मुख्यालय कार्यालय जाने से पहले सीएम हेमन्त सोरेन अपने सभी विधायक समेत वरिष्ठ नेताओ के साथ विचार-विमर्श और दिशानिर्देश अवश्य देगे।इधर कानूनी सहयोग के लिए विचार-विमर्श चल रहा है ।
उल्लेखनीय है कि झारखंड के अलग-अलग जिलों में ईडी की टीम पिछले छह मई से जांच कर रही है। इस जांच के दौरान ईडी ने सबसे पहले पूजा सिंघल के सीए सुमन सिंह को गिरफ्तार किया, जिसके बाद आईएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया था। सीए सुमन सिंह के घर से करीब 20 करोड़ कैश ईडी की टीम ने बरामद किया था। इस जांच के दौरान ईडी की टीम को कई अहम जानकारियां मिलीं, जिसके बाद ईडी ने अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा और उसके सहयोगी बच्चू यादव को गिरफ्तार किया। ईडी की इस जांच में पंकज मिश्रा के घर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित चेक बुक भी बरामद हुई थी।