नई दिल्ली।
चीन ने अरूणाचल प्रदेश के उपरी सुवनसिरी जिले से पांच भारतीय नागरिको के अपहरण पर चुप्पी साधते हुए उलटे अरूणाचल को अपने देश का हिस्सा बता दिया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लजिनी ने कहा कि पांच अगवा भारतीयो के बारे में भारतीय सेना के अनुरोध के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन ने कभी भी अरूणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी है। मालूम हो कि 3 सितंबर को भारत-तिब्बत सीमाइ इलाके के नाचो गांव निवासी तागिन समुदाय के तोज सिंगकास, प्रशांत रिंगलिंग, दोबंतू झबिया, तानू बाकर और गारू दिरी को अगवा कर लिया गया है। अगवा किए गए आदिवासी युवको में से एक के भाई ने फेसबुक पेास्ट कर बताया है कि चीनी सेना अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थल भारतीय सेना के सेरा-7 पेट्रोलिंग इलाके से युवको को अगवा किया गया है। इस सूचना पर भारतीय सेना अलर्ट है। अपहरण की जांच में पुलिस टीम जुटी है। स्थानीय प्रशासन ने घटना से भारतीय सेना को भी अवगत कराया है। अपह्त युवक भारतीय सेना के लिए पोर्टर के रूप में दुर्गम क्षेत्रो तक सामान की ढुलाई करते थे। वे सभी बार्डर इलाके के जंगलो में शिकार करने या जुड़ी बूटी इकट्ठा करने गए थे। इस मामले में क्षेत्र के सांसद केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने ट्वीट कर घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना की जानकारी सरकार को है। इस मामले में भारत की ओ से चीन संदेश भी भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉
Join Now
WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉
Join Now