बेगूसराय। घर परिवार में बिटिया की शादी की तैयारी चल रही थी, उधर जिला मुख्यालय निवासी भाई लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन(22) ने शनिवार को जम्मु कश्मीर में अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। पिछले वर्ष एनडीए से पासआउट कर सेना को ज्वाइन किया था और एक महीना पहले ही उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर रजौरी जिला के नौशेरा सेक्टर में हुई थी।
ऋषि रंजन की शहादत की सूचना मिलते ही उसके पैतृक गांव लखीसराय जिले के पिपरिया और अन्य इलाको में शोक की लहर फैल गई। लोग सोशल मीडिया पर उनकी शहादत को सलाम कर रहे है। लेफ्टिनेंट का शव रविवार को पहुंचने की सूचना है। स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उनकी शहादत को सलाम किया है। उन्हेांने कहा कि यह पीड़ादायक है पर उनकी शहादत को सलाम। वहीं देर रात से ही उनके घर पहुंचने वालो का तांता शुरू हो गया है। पूर्व मेयर संजय कुमार , जदयू नेता सुदर्शन सिंह, युवा जदयू जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार, उमेश ठाकुर सहित सैकड़ो लोग घर में जुटकर परिजनो को सांत्वना दे रहे है।
जानकारी अनुसार शनिवार की शाम टीम के साथ ऋषि एलओसी के समीप गश्त में थे। इस दौरान अचानक विस्फोटक होने के कारण पूरी टीम घायल हो गई। सभी घायलो को अस्पताल ले जाया गया, जहां से ऋषि एवं अन्य को सेना के कोर अस्पताल उधमपुर के लिए रेफर कर दिया गया। वहां ले जाने के क्रम में ऋषि की मौत हो गई। मालूम हो कि 29 नवंबर को ऋषि की बहन की शादी होनी थी, उसने छठ महापर्व पर छुट्टी लेने की कोशिश की थी पर छुट्टी नहीं मिली। वे 22 नवंबर को घर आने वाले थे पर उनकी शहादत हो गई।
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