रांची।
महिलाओं के साथ होने वाली यौन शोषण एवं घरेलू हिंसा पर रोक को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से राज्य के 300 थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाया जाएगा। इसका निर्माण निर्भया फंड से किया जाएगा। हेल्प डेस्क पर महिलाएं सभी प्रकार की शिकायतें दर्ज करा सकती है। मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राज्य के डीजीपी एमवी राव ने कहा कि महिला व बच्ची से अपराध होने पर जो भी पुलिस अधिकारी मामले को दबाने अथवा समझौता कराने का कोशिश करेंगे उन पर भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी साथ ही उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। मौके पर उन्होंने हाल के दिनों में राज्य में घटित घटनाओं और उनके विरुद्ध उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी।
महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम को लेकर सभी जिलों में एक व्हाट्सएप नंबर जारी
डीजीपी ने बताया कि पिछले सप्ताह राज्य के सभी डीआईजी, एसएसपी, और एसपी को महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम को लेकर सभी जिलों में एक व्हाट्सएप नंबर जारी करने का निर्देश दिया गया था। इस व्हाट्सएप नंबर पर पूरे राज्य में अब तक 108 शिकायतें दर्ज हुई है। इसमें सबसे अधिक शिकायतें राजधानी रांची में 28, गिरिडीह में 18 एवं जमशेदपुर में 12 दर्ज की गई है। इसमें अधिकांश मामले शादी का झांसा देकर यौन शोषण एवं घरेलू हिंसा से संबंधित है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के मामले जिसे पंचायत द्वारा पीड़िता व उसके परिजनों पर दबाव डालकर समझौता कराने का प्रयास किया जाता है उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी ने पीड़ितों से निर्भीक होकर निकटवर्ती थानों में शिकायत दर्ज कराने का अनुरोध किया है। डीजीपी ने कहा कि महिला और बालिकाओं के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में संबंधित जिले के एसपी तत्काल संज्ञान लेकर स्वयं घटना की जांच कर आगे की कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। इसमें चूक होने पर उनके विरूद्ध भी कार्रवाई होगी। थाना स्तर पर किसी प्रकार की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं रहे इस संबंध में एक एसओपी भी बनाया जा रहा।
मादक पदार्थों के खिलाफ पूरे राज्य में 1 नवंबर से 14 नवंबर तक चलाया जाएगा विशेष अभियान
डीजीपी राव ने बताया कि मादक पदार्थों के खिलाफ पूरे राज्य में 1 नवंबर से 14 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें गांजा, हीरोइन, ड्रग्स के कारोबारियों के विरुद्ध सघन रूप से कार्रवाई की जाएगी। अभियान के बाद यदि किसी थाना क्षेत्र में मादक पदार्थ को की बरामदगी होती है तो इसकी जिम्मेवारी संबंधित थाना प्रभारी की होगी। सड़क पर गुंडई, फायरिंग होने पर इसका जवाब डीएसपी को देना होगा।
सड़कों पर तेज बाइक चलाने वाले बाइकर्स के विरुद्ध होगी कार्रवाई
डीजीपी ने कहां की सड़कों पर खतरनाक ढंग से बाइक चलाने वाले बाइकर्स गैंग के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। बाइकर्स को सीसीटीवी व इंटरसेप्टर के द्वारा चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी व वाहन जप्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा राज में किसी भी आपराधिक मामले विशेषकर महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों पर पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के लिए सभी प्रकार के तकनीकी संसाधन व फंड उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया गया है।